
ढाका, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । बांग्लादेश में शारदीय दुर्गा पूजा के आयोजन के संबध में मुख्य सलाहकार माेहम्मद यूनुस, सेना प्रमुख वकर उज जमान और गृह मामलों के सलाहकार लेफिटनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चाैधरी सहित सरकार के सर्वोच्च अधिकारियाें के आश्वासनों के बावजूद अल्पसंख्यक हिंदूओं में डर का माहाैल है।
देश में धार्मिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने वाले मानवाधिकार संगठन हिंदू-बौद्ध-ईसाई ओइक्या परिषद (एकता परिषद) की ओर से शुक्रवार रात जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में इस आशय का आराेप लगाते हुए कहा गया है कि इस मामले में यूनुस समेत देश के लगभग सभी उच्च अधिकारियाें के बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद भक्त त्याोहार के दिनाें में भी डरे हुए हैं।
परिषद ने आराेप लगाया कि देशभर में दाे सितंबर से 23 सितंबर तक पूजा मंडपों और मंदिरों पर हमलों और तोड़फोड़ की कम से कम नौ अलग-अलग घटनाएं दर्ज की गई हैं।
इनमें हमींदपुर, सादुल्लापुर, गैबांधा की घटना, पंचगढ़ सदर उपजिला के आयमा झालोई महारानी बांध क्षेत्र में काली मंदिर में मूर्ति तोड़े जाने की घटना, स्वरूपदाहा पालपारा में कुश्तिया स्थित रक्षाकाली मंदिर में कार्तिक और सरस्वती की मूर्तियों में ताेड़ फाेड़, नेत्रोकोना के सदर उपजिला स्थित कंडुलिया कालीबाड़ी पूजा मंडप में दो मूर्तियों को तोड़े जाने की घटना, गाजीपुर शहर के काशिमपुर श्मशान मंदिर में तैयार हो रही पाँच-छह मूर्तियों को तोड़ा जाना, जमालपुर के तारियापारा इलाके में मंदिर में सात मूर्तियों को तोड़े जाने की घटना, मुंशीगंज में राजनगर यूनियन स्थित मोधुपुर श्री
श्री रक्षाकाली और दुर्गा मंदिर में मूर्ति तोड़ने की घटनां, फुलहारी गांव में झेनैदाह स्थित हरितला सर्बोजनिन मंदिर में 6 मूर्तियों को तोड़ने की घटनाएं और सतखीरा के तेतुलिया यूनियन स्थित मंदिर में मूर्ति क्षतिग्रस्त किए जाने की घटनाएं शामिल हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार चटगांव, कुरीग्राम और चपैनवाबगंज सहित कई अन्य जिलों से भी पूजा संबंधी अशांति की खबरें मिली हैं जिसके कारण अल्पसंख्यक समुदाय में भय और दहशत बढ़ गई है।
विज्ञप्ति में सरकार से अल्पसंख्यकाें की सुरक्षा करने की मांग करने के साथ दाेषियाें काे कड़ी सजा दिए जाने का आग्रह किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
