Maharashtra

ठाणे में मेट्रो शेड के लिए भूमि अधिग्रहण पर किसानों का विरोध

मुंबई, 23जून ( हि. स.) । ठाणे शहर के विधायक संजय केलकर ने आज कहा कि लेकिन यहां के प्रभावित किसान दो साल पहले मुंबई के सह्याद्रि बंगले में हुई बैठक में लिए गए फैसले पर अभी भी अड़े हुए हैं। तदनुसार, पुनर्वास की मांग करते हुए, लगभग 250 जमीन मालिक विधायक संजय केलकर के पास पहुंचकर उन्होंने अपनी शिकायतें बताईं।

ठाणे में मोघरपाड़ा के प्रभावित 167 लीजधारकों और 32 अतिक्रमणकारी किसानों के रुख से यह स्पष्ट है कि मेट्रो कार शेड का मुद्दा अभी खत्म नहीं हुआ है। एमएमआरडीए ने कार शेड के लिए मोघरपाड़ा में कुल 174.01 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की है। प्राधिकरण ने घोषणा की है कि लीजधारक किसानों को उनके मूल भूमि क्षेत्र का 22.5 प्रतिशत और अतिक्रमणकारियों को उनके मूल भूमि क्षेत्र का 12.5 प्रतिशत दिया जाएगा। हालांकि, प्रभावित किसान इस फैसले से सहमत नहीं हैं और दो साल पहले लिए गए फैसले पर अड़े हुए हैं। 2022 में मुंबई के सह्याद्री में हुई बैठक में प्रभावित किसानों को उनकी जमीनें स्थायी रूप से देने का फैसला किया गया। इस दौरान कई फैसले लिए गए। किसान मांग कर रहे हैं कि उन्हें उसी हिसाब से मुआवजा दिया जाए। हालांकि, जमीन अधिग्रहण के बाद किसान निराश हो गए और उन्होंने जनसेवक का जनसंवाद पहल में शामिल होकर विधायक संजय केलकर से मुलाकात की और अपना मामला रखा। हम विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमने यह रुख अपनाया है कि पहले लिए गए फैसलों को लागू किया जाना चाहिए। इस बारे में बात करते हुए विधायक संजय केलकर ने कहा, जमीन मालिकों को स्थायी भूखंड देने का फैसला किया गया है। ये किसान सालों से जमीन पर खेती कर रहे हैं। मैं उन्हें न्याय दिलाने के लिए एमएमआरडीए, जिला कलेक्टर और संबंधित अधिकारियों से बात कर रहा हूं विधायक केलकर ने विश्वास जताया कि भविष्य में इन किसानों को न्याय मिलेगा।

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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा

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