
जींद, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिन क्षेत्र में धान के अवशेष ज्यादा जले हैं, उन क्षेत्र के पुलिस बीट कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने दस पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं। इनमें पांच एएसआई रेंक के अधिकारी भी हैं। इन पर अपने कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप हैं। रविवार को जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने जयवीर, इकबाल, वीरेंद्र, रिषिपाल, राजेश, राजेश समेत दस पुलिस कर्मचारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं। इनमें अलेवा थाना, उचाना थाना, गढ़ी थाना, सदर थाना नरवाना तथा सफीदों सदर थाना के बीट कर्मचारी शामिल हैं।
राजेश कुमार ने कहा कि किसानों को बार-बार पराली नहीं जलाने के लिए अपील की जाती है। पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है ताकि किसानों को जागरूक किया जा सके। पुलिस द्वारा बार-बार गांवों में मुनादी करवा कर उनको बताया जा रहा है। इसके बावजूद पराली जलने के मामले कम नहीं हो रहे हैं। पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने इस मामले में लापरवाही बरतने पर दस पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
रोक के बाद भी पराली जलाने से नही मान रहे किसान
पराली जलाने पर रोक को सख्ती से लागू कराने और किसानों को इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से एसडीएम जुलाना होशियार सिंह ने रविवार को क्षेत्र के प्रमुख गांवों राजगढ़, बस्ता खेड़ा, जैजैवंती, गतौली, शाहपुर, ब्राह्मणवास किलाफरगढ़, पौली, हथवाला, अकालगढ़ और बुढ़ाखेड़ा लाठर का दौरा किया। एसडीएम ने किसानों से बातचीत कर स्पष्ट संदेश दिया कि पराली जलाना न केवल कानूनी अपराध है बल्कि पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा भी है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा