
जींद, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नगूरां में जैसे ही शुक्रवार को पैक्स में डीएपी खाद आने की सूचना किसानों को मिली तो खाद लेने के लिए किसानों की भीड़ सुबह से लग गई। कर्मचारियों ने पंजीकरण कराने वाले किसानों को दो से तीन बैग वितरित किए। नगूरां पैक्स में 1700 डीएपी खाद के बैग पहुंचे जबकि नगूरां पैक्स के अधीन 12 गांवों पड़ते हैं। खाद लेने पहुंचे नगूरां निवासी किसान विकास ने बताया कि हर बार गेहूं की बिजाई को लेकर इस तरह की परेशानी होती है। सुबह आठ बजे ही खाद के लिए लाइन में खड़े हो गए थे, लेकिन कम खाद आने के चलते उन्हें पूरा खाद एक साथ नहीं मिला। उन्होंने मांग उठाई कि जरूरत के हिसाब से डीएपी दें, ताकि समय पर किसान गेहूं की बिजाई कर सकें।
बधाना निवासी किसान सुरेश ने बताया कि वह सुबह से ही लाइन में लगा हुआ है। उसे गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी खाद की जरूरत है, लेकिन यहां डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। यहां वह तीन से चार बार पहले आ चुका है, लेकिन हर बार खाली हाथ जाना पड़ता है। हसनपुर निवासी किसान राजेश ने बताया कि उनको लाइन में लगे काफी समय हो गया है लेकिन अभी भी खाद मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। वह पहले भी कई बार लाइन में लग चुके हैं, लेकिन हर बार खाली हाथ उनको लौटना पड़ रहा है।
नगूरां पैक्स के मैनेजर रणबीर सिंह ने बताया कि मेरी फसल मेरा ब्योरा नामक पोर्टल पर पंजीकरण कराए प्रति किसान को दो से तीन बैग डीएपी खाद के वितरित किए जा रहे हैं। नगूरां पैक्स के अधीन 12 गांवों आते हैं, लेकिन 10 हजार बैगों की डिमांड के बावजूद 1700 बैग डीएपी के पहुंचे हैं। जिससे प्रति किसान को दो से तीन बैग वितरित कर अभी काम चलाया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
