
फरीदाबाद, 9 सितंबर (Udaipur Kiran News) । फरीदाबाद में चार दिनों में यमुना नदी के पानी में एक लाख 61 बजार 969 क्यूसेक पानी की घटा है। मिली जानकारी के अनुसार यमुना में इस समय केवल 73 हजार 425 क्यूसेक पानी ही रह गया है। जबकि 5 सिंतबर को पानी में 24 हजार 4478 क्यूसेक पानी था। नदी में पानी कम होने के कारण यमुना में डूबे किनारे अब नजर आने लगे है। लेकिन कृषि क्षेत्र में फसलों के अंदर भर चुके पानी को निकालना किसानों के सामने बड़ी चुनौती बनी है। गौरतलब है कि यमुना नदी का पानी दिल्ली ओखला बैराज से निकलकर फरीदाबाद में 30 किलोमीटर का सफर तय करता है। इस बार भले ही साल 2023 के जितना पानी नहीं छोड़ा गया हो , लेकिन पानी ने लोगों के सामने हालात साल 2023 के जैसे ही बना दिए है। पानी तो तेजी के साथ कम हो रहा है लेकिन लोग अभी अपने घरों में नहीं लौट रहे हैं। पानी के घटने के बाद अब लोगों को बीमारियों के फैलने का डर सता रहा है। डीसी विक्रम सिंह ने जानकारी दी है कि बाढ़ से 27 गांव प्रभावित हुए हैं। जिनमें 250 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। बाढ़ के पानी से प्रभावित होने वाले गांवों में बसंतपुर, किड़ावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां, तिलोरी खादर, अमीपुर, चिरसी, मंझावली, चांदपुर, मोठूका, अरुआ, छांयसा, मोहना, ददसिया, जसाना और कंवारा गांव शामिल हैं। फरीदाबाद में यमुना के जलस्तर में कमी के बावजूद बाढ़ प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य संकट गहरा रहा है। बुखार खांसी और त्वचा संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग राहत कार्यों में जुटे हैं, 40 टीमें सक्रिय हैं। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं और शेल्टर होम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिला नागरिक अस्पताल के सीएमओ डॉ. जयंत आहूजा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांवों की बात करें या अन्य इलाकों की, लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। इन दिनों बुखार, गले और त्वचा के संक्रमण के मामले बढ़ गए हैं। सिविल अस्पताल में भी बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर
