
फरीदाबाद, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है। जिससे यमुना के निचले क्षेत्रों में हालात समान्य हो रहे हैं। यमुना में पानी जलस्तर घटकर केवल 27480 क्यूसेक रह गया है। हांलाकि गांव बसंतपुर के जिन हिस्सों में पानी भर गया था, वहां पर पानी के निकलने में अभी कुछ दिन का समय लग सकता है। सिंचाई विभाग के एसडीओ अरविन्द शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि यमुना के निचले क्षेत्र के इलाकों में हालात सामान्य हो रहे हैं। यमुना में पानी जलस्तर लगातार कम हो रहा है। यमुना में गुरुवार को 31685 क्यूसेक पानी बह रहा था, जो अब केवल 27480 क्यूसेक रह गया है। यमुना के किराने बसे आबादी वाले गांव अब पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हांलाकि विभाग के कर्मचारी अभी भी पानी के बहाव पर नजर बनाए हुआ हैं। उन्होंने कहा कि मोहना और मंझावली के इलाके में जिन खेतों में पानी भर गया था। वहां पर फसलों को नुकसान हुआ है, लेकिन फसलों से पानी अब वापस निकल रहा है और फसलें दिखने लगी है। मोहना गांव के किसान कर्मवीर ने बताया कि धान के फसल को पानी में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पानी के आने से धान की फसल से निकलने वाली पैदावार में भी कमी आएगी। इसलिए वो सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे है। गांव बसंतपुर में यमुना का पानी अभी भी रास्तों में भरा हुआ है। हांलाकि यहां पर पानी पहले से काफी कम हुआ है और लोग धीरे-धीरे वापस लौट रहे हैं। दिल्ली ओखला बैराज में भी पानी का जलस्तर कम हो गया है। जिसके बाद अब उम्मीद है की गांव बसंतपुर में निचले हिस्सों में भरा पानी भी जल्द ही निकल जाएगा।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर
