नौ वर्ष की आयु से सचिन योगेश्वर दत्त के अखाड़े से ली है ट्रेनिंग68 किलोग्राम भार वर्ग में उज्बेकिस्तान के पहलवान को हराया
झज्जर, 8 जुलाई (Udaipur Kiran) । किर्गिस्तान में चल रही अंडर-15 फ्रीस्टाइल रेसलिंग चैंपियनशिप में जिले निवासी सचिन धनखड़ काे स्वर्ण पदक जीतने पर उसके परिजन और ग्रामीण खुशी से झूम उठे। सोमवार देर शाम अपने आयु वर्ग के फाइनल मुकाबले में सचिन ने उज्बेकिस्तान के पहलवान को हराया। सचिन 9 साल की उम्र से ही ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त के अखाड़े में कुश्ती का अभ्यास कर रहा है।
जिले के गांव समसपुर माजरा निवासी पहलवान सचिन धनखड़ का देश में 21 जून को हुई राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के बाद किर्गिस्तान में हाेने वाली फ्री स्टाइल रेसलिंग एशियाई चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ था। फ्री स्टाइल रेसलिंग एशियाई चैंपियनशिप में प्रतिभाशाली पहलवान सचिन धनखड़ शानदार प्रदर्शन कर 15 वर्ष आयु वर्ग वाले 68 किलोग्राम भार वर्ग के पहलवानों की प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले तक पहुंचा था। साेमवार काे अपने वर्ग के फाइनल में सचिन ने उज्बेकिस्तान के पहलवान मोहम्मद अली को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया। इस फाइनल मुकाबले काे टेलीविजन पर उसके परिजनाें और तमाम शुभचिंतकाें ने अपने लाडले का खेल देखा और उसके विजेता घाेषित हाेते सभी खुशी से झूम उठे।
पहली अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक मिलने पर सचिन के परिजन बेहद खुश हैं। अब सचिन के विदेश से घर लौटने पर परिवार और गांव के लोग भव्य स्वागत करने कीतैयारी में अभी से जुट गए हैं।पिता ओमवीर ने खेतीबाड़ी करते हुए और मां कविता ने गृहिणी रहते हुए ही अपने बेटे को श्रेष्ठ पहलवान बनाया। तीन बहनों के लाडले भाई सचिन को पूरा परिवार ओलंपिक तक का विजेता बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। ओलंपिक पदक और पद्मश्री पहलवान योगेश्वर दत्त का शिष्य सचिन धनखड़ राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी चार स्वर्ण पदक जीत चुका है।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
