
जींद, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । नागरिक अस्पताल में सोमवार को हीमोफीलिया मरीजों के लिए फैक्टर 8 डिस्ट्रीब्यूशन कैंप का आयोजन किया गया। कैंप की अध्यक्षता सीएमओ डा. सुमन कोहली ने की। शिविर का उद्देश्य हीमोफीलिया से ग्रसित मरीजों को राहत पहुंचाना था। इस विशेष शिविर का आयोजन इंटास फाउंडेशन के सहयोग से किया गया। जिसमें मरीजों को फैक्टर 8 उपलब्ध कराया गया। शिविर के दौरान सीएमओ डा. सुमन कोहली ने फैक्टर 8 की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया और इसे प्राथमिकता से निपटाने की बात कही।
डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि हीमोफीलिया के मरीजों को इंजेक्शन के लिए किसी भी स्तर पर कोई परेशानी नही आने दी जाएगी। सरकार द्वारा थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, कैंसर स्टेज-3 और 4 के मरीजों को पेंशन प्रदान की जाती है। वहीं सरकार ने 55 गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों को भी पैंशन देने की शुरूआत की हुई है। इन 55 गंभीर बीमारियों की जानकारी विभागीय साइट पर उपलब्ध है। हीमोफीलिया सोसायटी जींद की ओर से डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम कटारिया, इंटास फाउंडेशन चंडीगढ़ के विनय वर्मा, भव्य बजाज एवं उनकी पूरी टीम का इस आपातकालीन परिस्थिति में सहयोग के लिए विशेष रूप से आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम कटारिया, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, डा. अरविंद, नोडल अधिकारी डा. शिप्रा, डिप्टी सीएमओ डा. रमेश पांचाल तथा हीमोफीलिया सोसायटी से आशुतोष शर्मा भी उपस्थित रहे। नोडल अधिकारी डा. शिप्रा ने बताया कि हीमोफीलिया दो तरह का होता है। हीमोफीलिया ए में फैक्टर 8 की कमी होती और हीमोफीलिया बी में घटक 9 की कमी होती है। दोनों ही खून में थक्का बनाने के लिए जरूरी हैं। ये एक दुर्लभ बीमारी है। एक समय तक हीमोफीलिया का इलाज मुश्किल था लेकिन अब घटकों की कमी होने पर इन्हें बाहर से इंजेक्शन के जरिये डाला जा सकता है। अगर हिमोफीलिया बीमारी की गंभीरता कम है तो दवाइयों से भी इलाज हो सकता है। आमजन को हिमोफिलिया के प्रति सचेत रहना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
