
—’उन्मेष’ प्रज्ञा प्रवाह ‘युवा आयाम’ काशी प्रांत की प्रान्तीय टोली की बैठक
वाराणसी,22 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार को प्रज्ञा प्रवाह के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य रामाशीष ने कहा कि भारतवर्ष युवाओं का देश है, परंतु कुछ युवा दिग्भ्रमित भी हैं । जिन्हें भारत माता की जय बोलने से परहेज़ हैं। ऐसे युवाओं का विषहरण (डिटाक्सीफिकेशन ) करना होगा।
केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य रामाशीष सोमवार को उन्मेष प्रज्ञा प्रवाह युवा आयाम, काशी प्रांत के प्रांत कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। भोजुबीर स्थित उदय प्रताप इंटरमीडिएट कालेज के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक में उन्होंने सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव का जिक्र कर कहा कि आज ‘फेसबुक’ का व्यवहार ‘फेसमास्क’ की तरह हो गया है। युवाओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज और संगठन से क्या मिला इस पर विचार न करते अपितु हमने समाज और संगठन को क्या दिया इस पर विचार करना चाहिए।
दो सत्रों में चले बैठक में क्षेत्र संयोजक भगवती प्रसाद ‘राघव’ ने ‘युवा आयाम’ के कार्य को बताया। उन्होंने कहा कि युवा आयाम को मुख्य रूप से ‘विमर्श परिवर्तन’ और ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के लिए कार्य करना है। ‘विमर्श परिवर्तन’ के लिए ‘क्विक एक्शन ग्रुप’ बनाकर समाज जीवन में होने वाली घटनाओं और प्रतिघटनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सकारात्मक विमर्श खड़ा करना होगा। उन्होंने ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के लिए समाज में अच्छा कार्य कर रहे लोगों की सूची बनाकर संपर्क में रहने पर जोर दिया। इसके पहले
बैठक के प्रथम सत्र में युवा आयाम के प्रांत संयोजक डॉ कुंवर शेखर गुप्त ने कार्यक्रम की प्रस्तावना के साथ युवा आयाम के द्वारा पिछले वर्ष में किए गए कार्य का विवरण और आगामी वर्ष भर की कार्य योजना प्रस्तुत की।
बैठक को प्रांत सह संयोजक संतोष त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। बैठक में 57 युवाओं तथा अन्य राष्ट्रीय विचार से जुड़ें युवाओं ने भागीदारी की। बैठक का संचालन वाराणसी महानगर संयोजक डॉ विशाल सिंह ने किया। बैठक में विंध्याचल मंडल के सह संयोजक डॉ कीर्ति सिंह, समन्वयक डॉ शांतनु सौरभ, प्रांत सह संयोजक पंडित शनि शर्मा भट्ट, उदय प्रताप इंटरमीडिएट कालेज के प्रधानाचार्य डॉ रमेश प्रताप सिंह, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ कुलदीप सिंह एवं डॉ अम्बिका सिंह, महानगर सह संयोजक रचना सिंह, काशी विद्यापीठ के प्राध्यापक डॉ नागेंद्र सिंह , डॉ अमितेश सिंह, डॉ प्रदीप यादव, डॉ चंद्रकेतु सिंह आदि की भी मौजूदगी रही।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
