
जयपुर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव लाने वाली तीन नई आपराधिक संहिताओं को लागू हुए एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार द्वारा जयपुर में भव्य प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। ‘दंड से न्याय की ओर’ थीम पर आधारित यह प्रदर्शनी 13 से 18 अक्टूबर तक जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर सीतापुरा में आयोजित होगी।
इस प्रदर्शनी का शुभारंभ केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के हाथों 13 अक्टूबर को किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे।
इस प्रदर्शनी के आयोजन से पहले शनिवार को पुलिस मुख्यालय के ऑडिटोरियम में कर्टन रेजर कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) भास्कर ए. सावंत तथा महानिदेशक पुलिस राजीव कुमार शर्मा उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव पंत ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू नए आपराधिक कानून ‘जनता का, जनता द्वारा और जनता के लिए’ की भावना को सशक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि यह कानून देश को औपनिवेशिक दंड प्रणाली से बाहर निकालते हुए न्याय के वास्तविक अर्थ की ओर अग्रसर करते हैं। प्रदर्शनी में नए कानूनों के व्यावहारिक पहलुओं को डेमो के माध्यम से आमजन तक पहुंचाया जाएगा। पंत ने इस अवसर पर राज्य सरकार की विकास उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि राजस्थान में हुए 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू में से सात लाख करोड़ रुपये के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। आगामी कार्यक्रमों में चार लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंड ब्रेकिंग, आठ हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण, दूध उत्पादकों को 364 करोड़ रुपये की सब्सिडी, 47 हजार विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म के लिए 260 करोड़ रुपये की डीबीटी ट्रांसफर, तथा ‘विकसित राजस्थान-2047’ कार्ययोजना का विमोचन किया जाएगा। साथ ही 150 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के तहत पंजीकरण की भी शुरुआत होगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) भास्कर ए. सावंत ने कहा कि कानून को पढ़ना व समझना आमजन के लिए कठिन होता है, लेकिन इस तरह की प्रदर्शनियां इसे सरल और प्रायोगिक रूप से समझने में सहायक सिद्ध होंगी। उन्होंने इस कार्य में मीडिया की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। महानिदेशक पुलिस राजीव कुमार शर्मा ने नए आपराधिक कानूनों को “नव विधान” बताते हुए कहा कि ये कानून न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता और त्वरित निपटान सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के तहत महिलाओं, बच्चों और आम नागरिकों को समयबद्ध न्याय प्राप्त होगा।
उन्होंने सभी हितधारकों और आमजन से अपील की कि वे इस न्याय प्रणाली के बदलावों की जानकारी समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में सहयोग करें, ताकि परिवर्तन की भावना वास्तव में जन-जन तक पहुंचे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य सचिव पंत द्वारा रिमोट क्लिक कर कर्टन रेजर लॉन्च करने से हुई। इस अवसर पर अतिरिक्त महानिदेशक एवं राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक एस. सेंगाथिर ने अतिथियों और मीडिया प्रतिनिधियों का स्वागत किया तथा प्रदर्शनी के उद्देश्य और विषयवस्तु पर प्रकाश डाला।
समारोह में पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार) अनिल पालीवाल, अतिरिक्त महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
