नैनीताल, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय के इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन सेल तथा विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय द्वारा ऑनलाइन माध्यम से ‘पैनल डिस्कशन विद इनोवेशन एंड स्टार्टअप इकोसिस्टम इनेबलर्स फ्रॉम द रीजन’ विषय पर चर्चा आयोजित हुई।
चर्चा के दौरान फ्रुटेज के संजीव भगत ने युवाओं को स्वरोजगार की मानसिकता विकसित करने, सरकारी योजनाओं से ऋण लेकर स्थानीय स्तर पर व्यवसाय शुरू करने और समर्पण के साथ कार्य करने पर बल दिया। बताया कि उन्होंने बुरांश के रस से व्यवसाय की शुरुआत की थी, और वर्तमान में उनके 45 उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं, साथ ही वे होटल व्यवसाय से भी जुड़े हैं।
डॉ. नारायण सिंह लोधियाल ने किसी भी कार्य के पूर्व अध्ययन, तैयारी और एकाग्रता की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी कार्य छोटा नहीं होता, जबकि संचालन कर रहे प्रो. ललित तिवारी ने प्राकृतिक उत्पादों में मूल्य संवर्धन को सफलता का मार्ग बताया। आगे डॉ. बहादुर सिंह कालाकोटी ने औषधीय पौधों, पुष्पोत्पादन व उद्यानिकी को आर्थिकी सुदृढ़ करने के महत्वपूर्ण अवसर बताया।
ज्योति कांडपाल ने उत्तराखंड के उद्यानिकी उत्पादों में अपार संभावनाएं गिनाईं, जो पलायन रोकने व खेती को संवारने में सहायक होंगी। डॉ. इकराम जीत सिंह मान ने कृषि में नवाचार की जरूरत बताई। चर्चा में आड़ू, खुमानी, कीवी और सेब उत्पादन पर भी विचार हुआ। चर्चा में 75 विद्यार्थियों ने सहभागिता कर विशेषज्ञों से प्रश्न पूछे और सफलता के सूत्र प्राप्त किए।
प्रो. सुषमा टम्टा, प्रो. नीलू लोदियाल, डॉ. आशीष पांडे, डॉ. निधि वर्मा, डॉ. कुबेर गिनती, डॉ. हरिप्रिया पाठक, डॉ. नवीन पांडे, डॉ. नंदन मेहरा, डॉ. श्रुति साह, डॉ. नीता आर्य, डॉ. मैत्री नारायण सहित लता, विशाल, दिशा, वसुंधरा आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
