
पश्चिमी सिंहभूम, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिमी सिंहभूम जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) चाईबासा के तत्वावधान में शनिवार को चाईबासा सिविल कोर्ट परिसर एवं चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस आयोजन का संचालन पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में हुआ।
राष्ट्रीय लोक अदालत एवं वीर परिवार सहायता योजना 2025 का विधिवत उद्घाटन झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान की ओर से आभासी माध्यम से किया गया। चाईबासा सिविल कोर्ट में नौ तथा चक्रधरपुर न्यायालय में तीन पीठों का गठन कर वादों की सुनवाई की गई।
कार्रवाई के दौरान 1,25,776 प्री-लिटिगेशन मामले तथा 3,209 लंबित मामले निपटाए गए। प्री-लिटिगेशन मामलों में 1,052 बैंकिंग विवाद, 4,901 राजस्व संबंधी और 1,19,823 अन्य मामले शामिल थे।
वहीं लंबित मामलों में 2,036 आपराधिक शमनीय (कंपाउंडेबल) वाद, 158 बिजली विभाग, 5 श्रम विभाग, 9 मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण (एमएसीटी), 8 पारिवारिक विवाद, 19 एनआई एक्ट एवं 974 राजस्व संबंधी वादों का निष्पादन हुआ।
कुल मिलाकर 1,28,985 मामलों का निष्पादन किया गया और 65,65,86,353 (पैंसठ करोड़ पैंसठ लाख छियासी हज़ार तीन सौ तिरपन रुपये) का समझौता हुआ।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी ने बताया कि झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देशानुसार हर तीन माह के अंतराल पर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोग अपने सुलहनीय मामलों का निष्पादन करा सकते हैं।
मामलों के निष्पादन में जिन न्यायिक पदाधिकारियों ने भूमिका निभाई उनमें जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम विनोद कुमार सिंह, जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय संतोष आनंद प्रसाद, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अक्षत श्रीवास्तव, सचिव डीएलएसए रवि चौधरी, सिविल जज सीनियर डिविजन सह न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी श्रीमती एंजेलिना नीलम मड़की, एसडीजेएम सह रजिस्ट्रार सुप्रिया रानी तिग्गा, रेलवे दंडाधिकारी मंजीत कुमार साहू, न्यायिक दंडाधिकारी पूजा पांडेय तथा उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह शामिल रहे।
चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कृष्णा लोहरा एवं अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अंकित कुमार सिंह ने मामलों का निष्पादन किया।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद पाठक
