
मीरजापुर, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जनपद में सम्राट अशोक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के अतिथिगृह में सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं रसायन उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जनपद में हाल ही में आई गंगा और गरई नदी की बाढ़ से फसलों को हुई क्षति के सापेक्ष मुआवज़ा वितरण की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि रवि की बुआई शुरू होने से पहले हर प्रभावित किसान के खाते में मुआवज़ा की राशि पहुंच जानी चाहिए।
बैठक में जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने अवगत कराया कि जनपद में कुल 9,852 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित हुआ है, जिससे 49,947 किसान प्रभावित हुए हैं। अब तक 42,128 किसानों को 12.68 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि सीधे खातों में भेजी जा चुकी है, जबकि शेष किसानों को भुगतान की प्रक्रिया जारी है।
फसल बीमा से जुड़ी पूछताछ पर अधिकारियों ने बताया कि बीमा की राशि फसलों के प्रकार के अनुसार दी जाएगी। अलग-अलग किसानों ने अलग-अलग फसलों का बीमा कराया है, इसलिए भुगतान की प्रक्रिया पृथक रूप से चल रही है। बताया गया कि शासन की ओर से सिंचित फसलों का मुआवज़ा 17,000 रुपये प्रति हेक्टेयर, असिंचित फसलों का 8,500 रुपये प्रति हेक्टेयर और बारहमासी फसलों का 22,500 रुपये प्रति हेक्टेयर निर्धारित किया गया है।
मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बीमा कंपनियों से किसानों का पैसा सख्ती से दिलवाया जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके। साथ ही उन्होंने अहरौरा बांध से बार-बार हो रही जमालपुर क्षेत्र की क्षति पर चिंता व्यक्त करते हुए गरई नदी की गहराई बढ़ाने और तटबंधों को ऊंचा व मजबूत करने के लिए सर्वे कर परियोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और बाढ़ से प्रभावित हर किसान को उसका अधिकार हर हाल में मिलेगा।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
