
गुवाहाटी, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ का संध्या अर्घ्य आज श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। शाम होते ही श्रद्धालुओं ने नदियों, तालाबों और कृत्रिम जलाशयों के घाटों पर पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। राजधानी गुवाहाटी समेत असम तथा पूर्वोत्तर के विभिन्न हिस्सों में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आज डूबते सूरज को अर्घ्य दिया। इस दौरान पूरे राज्य का माहौल धर्ममय बना रहा।
महिलाओं सहित हजारों व्रतियों ने नए वस्त्रों में सजधजकर सूर्य देव को दूध, जल, फल और ठेकुआ जैसे पारंपरिक प्रसाद अर्पित किए। इस दौरान घाटों पर ‘छठी मइया के गीतों’ की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा।
स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कई जगह एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात रहीं। श्रद्धालु अब मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ व्रत का समापन करेंगे।
छठ पर्व सूर्य देवता और छठी मइया की उपासना का प्रतीक है, जो लोक आस्था, स्वच्छता, संयम और पर्यावरण संरक्षण का अद्भुत संदेश देता है। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा समेत विभिन्न हस्तियों ने छठ पूजा के अवसर पर शुभकामनाएं दी है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश