Uttar Pradesh

अटल विश्वास से असंभव भी संभव: आचार्य आलोक शास्त्री

कथा कहते आचार्य आलोक शास्त्री

सुलतानपुर, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के जिला सुलतानपुर में आचार्य शास्त्री ने कहा, भगवान भाव के भूखे हैं। उन्होंने ‘पत्रम पुष्पम फलम तोयम यो में भक्तया प्रयक्छते’ श्लोक का अर्थ समझाते हुए बताया कि यदि प्रभु को प्रेम से फूल और पत्ते भी अर्पित किए जाएं, तो वे उन्हें बड़े ही स्नेह से ग्रहण करते हैं। कथा में आगे कपिल देवहूति संवाद का भी भावपूर्ण वर्णन किया गया। कथा व्यास ने ध्रुव की दृढ़ तपस्या का उदाहरण देते हुए कहा कि जब संकल्प पवित्र हो और ईश्वर में अटल विश्वास हो, तो असंभव भी संभव हो जाता है।

भदैया ब्लॉक अंतर्गत हरिपुर बनवा गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास आचार्य आलोक शास्त्री ने प्रवचन दिए। उन्होंने विदुर चरित्र की कथा सुनाते हुए भक्तों को संबोधित किया।

कथा में प्रमुख रूप से जीआईसी पन्ना टिकरी के प्रिंसिपल संतोष कुमार मिश्रा, विजय पाल तिवारी, अधिवक्ता सुभाष तिवारी, अधिवक्ता ओम प्रकाश मिश्रा, अधिवक्ता कुलदीप वर्मा, मुकेश तिवारी, राम यज्ञ उपाध्याय, पंडित दयाराम पांडे, राम दयाल शुक्ला (बाबा ढाबा), योगेश तिवारी और दिनेश मिश्रा सहित सैकड़ों लोगों ने व्यास पीठ की आरती की। कथा आयोजक डॉ. अशोक मिश्रा ने बताया कि यह कथा प्रतिदिन आयोजित की जा रही है।

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(Udaipur Kiran) / दयाशंकर गुप्त