
गाजियाबाद, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । नगर निगम सदन की बैठक में सम्पत्ति कर
बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव निरस्त होने के बाद भी बिल जारी किये जाने के खिलाफ पार्षदों ने शुक्रवार को नगर निगम परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
खास बात यह है कि धरने में सत्ताधारी दल भाजपा के पार्षद भी शामिल हैं। पार्षदों का कहना है कि सदन बैठक में सम्पत्ति कर में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया था। लेकिन निगम की ओर से उपभोक्ताओं को बढ़े हुए सम्पत्ति कर के बिल भेजे जा रहे हैं। बहुत ही भ्रम की स्थिति बनी हुई है। हालांकि नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने धरना स्थल पर पहुंचकर पार्षदों को समझाने का प्रयास किया।
पार्षद पति मनोज गोयल ने कहा कि पार्षदों की अजीब स्थिति हो गई है। वार्ड में जनता सवाल पूछती है। हम जवाब नहीं दे पाते हैं। महापौर कह रही हैं कि बिल जमा नहीं करो, लेकिन कब तक यह स्थिति बनी रहेगी।
महापौर ने भी निगम के अधिकारियों को बढ़े हुए सम्पत्ति कर का बिल जारी करने से मना किया था। उसके बाद भी नगर निगम के कर्मचारी अपनी मनमानी कर रहे हैं।
भाजपा पार्षद नीरज गोयल ने कहा कि बढ़े हुए सम्पत्ति कर को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बढ़े हुए सम्पत्ति कर को जब तक कम नहीं किया जाता है। तब तक बिल जमा होने नहीं दिया जाएगा।
नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि उनकी बातों को सुन लिया गया है और जल्द ही इस बारे में नगर निगम का पक्ष रखा जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली
