West Bengal

मंत्री की बेटी की नौकरी मिलने के बाद भी छूटी, अनामिका खुद को फिर साबित करने परीक्षा केंद्र पहुंची

सिलीगुड़ी की अनामिका रॉय

सिलीगुड़ी, 07 सितंबर (Udaipur Kiran) । योग्य होने के बावजूद सिलीगुड़ी की निवासी अनामिका रॉय को वंचित रखा गया था, लेकिन अचानक उसका किस्मत बदल गया था। नहीं मिलने वाली नौकरी उसे अदालत के आदेश पर मिल गई थी। बाद में उसे अपनी नौकरी गंवानी पड़ी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने 2016 का पूरा पैनल रद्द कर दिया था। इसी दिन अनामिका ने सिलीगुड़ी के नेताजी गर्ल्स स्कूल में नौवीं-दसवीं कक्षा की शिक्षिका की नौकरी के लिए फिर से परीक्षा दी। परीक्षा केंद्र में प्रवेश करते समय वह काफी गुस्से में थी।

अनामिका रॉय ने कहा कि इस तरह परीक्षा देना वाकई निराशाजनक है। हम अपनी योग्यता साबित करके नौकरी में आए थे। फिर भी हमें दोबारा परीक्षा देनी पड़ रही है। हालांकि, मैं आशावादी हूं कि अच्छी परीक्षा दूंगी। लेकिन मेरा सवाल यह है कि क्या हमें नौकरी मिलेगी भी?

दरअसल, राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री मेखलीगंज विधायक परेश चंद्र अधिकारी की बेटी अंकिता अधिकारी ने अनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके नौकरी हासिल की थी। ​​अंकिता अधिकारी को यह नौकरी इसलिए मिली क्योंकि उस नियुक्ति में भ्रष्टाचार साबित हुआ था। जिसकी वजह से अंकिता को वेतन वापस करना पड़ा था।

अंकिता की नौकरी बबीता सरकार को मिल गई थी। लेकिन बबीता की नियुक्ति में कुछ विसंगतियां पाई गई थी। नतीजतन, आखिरकार सिलीगुड़ी की अनामिका को नौकरी मिल गई। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ अनामिका की नौकरी भी चली गई। इसलिए बाकी योग्य उम्मीदवारों की तरह अनामिका को भी परीक्षा देनी पड़ी।

अनामिका ने कहा कि अगर उन्हें नौकरी मिल भी जाती है, तो क्या किसी भ्रष्टाचार के कारण उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी यह भी एक बड़ा सवाल है।

(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार

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