
काठमांडू, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । वित्त मंत्री रमेश्वर खनाल ने कहा है कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार Gen-Z प्रदर्शनों के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी के कारण निजी क्षेत्र को लगभग 36 अरब नेपाली रुपए का नुकसान हुआ है।
रविवार को काठमांडू में नेपाल चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए मंत्री खनाल ने बताया कि 55 जिलों में 1,957 इकाइयों में क्षति दर्ज की गई है, जिनमें से 419 निजी क्षेत्र से संबंधित संरचनाओं को लगभग 36 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि निजी क्षेत्र में हुए नुकसान के लिए लगभग 23 अरब रुपए के बीमा दावे पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं।
खनाल ने आश्वस्त किया कि सरकार व्यवसायों के प्रति नियंत्रण-उन्मुख दृष्टिकोण नहीं अपनाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार निजी क्षेत्र और सरकार के बीच विश्वास को मजबूत करने पर जोर देगी और उच्चस्तरीय आर्थिक सुधार आयोग की सिफारिशों के अनुरूप आगे बढ़ेगी। साथ ही, पूंजी बाजार और रियल एस्टेट क्षेत्र के पुनर्जीवन को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि रियल एस्टेट उद्योग के सामने मौजूद चुनौतियों का समाधान करने के प्रयास जारी हैं।
कार्यक्रम में नेपाल चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कमलेश कुमार अग्रवाल ने कर प्रणाली में एक-खिड़की व्यवस्था लागू करने, कर प्रक्रियाओं को तकनीक-मैत्री बनाने और विभिन्न प्रकार के लेनदेन पर एक समान व्यवहार से बचने का सुझाव दिया। साथ ही, उन्होंने नेपाल राष्ट्र बैंक द्वारा जारी कार्यशील पूँजी ऋण संबंधी निर्देश को वापस लेने की भी मांग की।
चेम्बर ने सरकार से निवेश प्रोत्साहन नीतियाँ लाने और सुस्त पड़े रियल एस्टेट क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास