मुंबई, 8 नवंबंर (Udaipur Kiran) । महाराष्ट्र सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को सशक्त बनाने के लिए सूबे के 11 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कार्डियक कैथीटेराइजेशन प्रयोगशालाओं (कैथ लैब) की स्थापना करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इससे हृदय मरीजों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।
मुंबई के गोकुलदास तेजपाल (जी.टी.) सरकारी मेडिकल कॉलेज सहित 11 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कैथ लैब की स्थापना को मंजूरी दी गई है। आपात स्थिति में समय पर और विशिष्ट हृदय उपचार सुनिश्चित करने के लिए इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत क्रियान्वित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और मोटापे जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों व युवाओं में बढ़ते तनाव के कारण राज्य में हृदय रोगियों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग ने पूरे महाराष्ट्र में कार्डियक इन्तार्वेशन सुविधाओं का विस्तार करने की पहल की है।
नई प्रयोगशाला में उन्नत चिकित्सा उपकरण होंगे, जिनमें एनेस्थीसिया वर्कस्टेशन, इको मशीन और एसीटी डिवाइस शामिल होंगे। इससे एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी जैसी जटिल हृदय संबंधी प्रक्रियाएं कुशलतापूर्वक की जा सकेंगी। जी.टी. अस्पताल में कैथ लैब के शुरू हो जाने पर, जेजे, नायर, केईएम और सायन जैसे प्रमुख मनपा अस्पतालों पर मरीजों का बोझ काफी कम हो जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार