
नई दिल्ली, 25 जून (Udaipur Kiran) । इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की कंपनी एरिसइंफ्रा सॉल्यूशन ने स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को काफी निराश किया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 222 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी एंट्री 209.10 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 205 रुपये के स्तर पर हुई। इस तरह लिस्टिंग के साथ ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को लगभग 7 प्रतिशत के नुकसान का सामना करना पड़ा।
फीकी लिस्टिंग के बाद भी इस शेयर की स्थिति में सुधार नहीं हो सका। दिन के कारोबार में ये शेयर टूटकर 171.50 रुपये के स्तर तक गिर गया। बाद में हुई खरीदारी के सपोर्ट से ये शेयर मामूली रिकवरी के साथ 174.10 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को आज पहले दिन ही करीब 22 प्रतिशत का नुकसान हो गया।
एरिसइंफ्रा सॉल्यूशन का 499.60 करोड़ रुपये का आईपीओ 18 से 20 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 2.80 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.50 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 3.32 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 5.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 2 रुपये फेस वैल्यू वाले 2,25,04,324 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज को चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 6.94र करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था। इसके अगले वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 15.39 करोड़ रुपये का फायदा हुआ, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 17.30 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल से दिसंबर, 2024 के दौरान कंपनी को 6.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इसी तरह इस अवधि में कंपनी को 557.76 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
