जम्मू, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), क्षेत्रीय कार्यालय जम्मू ने स्थानीय प्रतिष्ठानों में रोज़गार से जुड़ी प्रोत्साहन (ईएलआई) योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए रेडिसन ब्लू होटल में एक सेमिनार का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य नियोक्ताओं और हितधारकों को इस योजना के लाभों, संरचना और संचालन संबंधी पहलुओं के बारे में शिक्षित करना था जिसे विशेष रूप से विनिर्माण क्षेत्र में रोज़गार सृजन और सामाजिक सुरक्षा बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
ईएलआई योजना कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों को कई लाभ प्रदान करती है। औपचारिक क्षेत्र में पहली बार 1 लाख रूपये प्रति माह तक कमाने वाले कर्मचारियों के लिए, यह योजना 15,000 रूपये तक की एकमुश्त वेतन सब्सिडी प्रदान करती है, जो छह और बारह महीने की निरंतर नौकरी के बाद दो किस्तों में वितरित की जाती है। इसके अतिरिक्त, वित्तीय साक्षरता और बचत को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि का एक हिस्सा जमा राशि में जमा किया जाता है। ईपीएफओ के तहत पंजीकृत कर्मचारियों को पेंशन, बीमा और सेवानिवृत्ति लाभ भी मिलते हैं।
नियोक्ताओं के लिए, यह योजना प्रत्येक नए कर्मचारी को 1,000 रूपये से 3,000 रूपये तक मासिक प्रोत्साहन प्रदान करती है, जिसकी अवधि विनिर्माण क्षेत्र के लिए चार वर्ष और अन्य क्षेत्रों के लिए दो वर्ष तक है। ये प्रोत्साहन सीधे नियोक्ता के पैन-लिंक्ड व्यावसायिक खाते में जमा किए जाते हैं, जिससे पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित होती है। इस सेमिनार में लेखा अधिकारी बालकृष्ण और अमन डांधी ने विस्तृत प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्होंने योजना के उद्देश्यों, कार्यान्वयन विधियों और औपचारिक रोज़गार सृजन में नियोक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया। ईएलआई योजना से लगभग 1.92 करोड़ नए औपचारिक क्षेत्र के कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है और इसका लक्ष्य दो वर्षों के भीतर देश भर में 3.5 करोड़ से अधिक रोज़गार सृजित करना है।
इस सेमिनार में लगभग 40-50 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिन्हें अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। उपस्थित लोगों ने इस तरह के सूचनात्मक सत्रों के आयोजन में ईपीएफओ के प्रयासों की सराहना की और इसे सरकारी योजनाओं को गहराई से समझने के लिए एक मूल्यवान मंच बताया। ईपीएफओ जम्मू ने रोज़गार को बढ़ावा देने और सभी क्षेत्रों में सामाजिक सुरक्षा कवरेज सुनिश्चित करने में मदद के लिए भविष्य में इसी तरह के जागरूकता अभियान चलाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
