
जयपुर, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के गंभीर असाध्य रोग से ग्रसित रोगियों का फॉलोअप व देखभाल घर बैठे होगा। ऐसे रोगियों का चिन्हीकरण कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गंभीर असाध्य रोग से ग्रस्त रोगियों के लिए गृह आधारित देखभाल की सुविधा शुरू की गई है। सोमवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर द्वितीय डॉ. मनीष मित्तल, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. सुरेन्द्र कुमार गोयल और आरसीएचओ डॉ. प्रमिला मीणा ने पैलिएटिव केयर गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीपीओ (एनटीसीपी प्रकोष्ठ) डॉ. योगेश पूनिया व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर द्वितीय डॉ. मनीष मित्तल ने बताया कि पैलिएटिव केयर योजना के तहत उन सभी मरीजों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित डॉक्टर तथा नर्सिग ऑफिसर के साथ पैलिएटिव केयर गाड़ी उनके घर पर पहुंचेगी। पैलिएटिव केयर के माध्यम से जीवन को सीमित करने वाली अंतिम चरण की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी, एड्स, दीर्घकालिक श्वसन रोग से पीड़ित मरीजों की देखभाल की जाएगी। इसमें रोगियों के लक्षणों को नियंत्रित कर मरीज और उसके परिजनों की जीवन गुण्वत्ता में सुधार लाना है। इस हेतु एम्स जोधपुर से दो नर्सिग ऑफिसर व जिले के छह चिकित्सकों को एस. एम. एस. अस्पताल में प्रशिक्षित किया गया है। ताकि ऐसे रोगियों के लिए टीम मरीजों के घर जाकर उनके स्वास्थ्य की निगरानी के साथ देखभाल उपलब्ध करा सकें।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. सुरेन्द्र कुमार गोयल ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट होम बेस्ड पैलिएटिव केयर योजना के तहत कैंसर, हृदय रोग, किडनी, लीवर की गंभीर बीमारियां, न्यूरोलॉजिकल बीमारियां, बुजुर्ग में मल्टीपल क्रॉनिक डिजीज से जुडे रोगियों को घर पर रख कर उनका उपचार किया जाएगा। असाध्य रोग से पीडित बुजुर्ग मरीज के घर पर रहने के दौरान नर्सिग कर्मी, दर्द, उल्टी, सांस की तकलीफ, बेचैनी आदि से राहत दिलाने के अलावा मरीज और परिवार को मानसिक तनाव, चिंता और अवसार से दूर रखने का भी कार्य करेंगे।
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(Udaipur Kiran)
