
बीकानेर, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) – यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (यूजीपीएफ) के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन “सर्वे भवन्तु सुखिनः” का समापन रविवार को बीकानेर में हुआ। सम्मेलन के समापन अवसर पर यूजीपीएफ के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल को उनके सौर ऊर्जा एवं ग्रामीण रोजगार सृजन में अभिनव योगदान के लिए ‘एकात्म चेतना सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया।
सम्मेलन के दूसरे दिन का कार्यक्रम चिंतन, विमर्श और विज़न प्रस्तुति का प्रतीक बना, जिसमें शासन, सेवा, पर्यावरण और सतत विकास जैसे विषयों पर गहन संवाद हुआ। समारोह में यूनाइटेड कांशियसनेस संस्था की ओर से यह सम्मान मेघराज सिंह रॉयल को प्रदान किया गया। सम्मान उन्हें सामाजिक पुनर्निर्माण, ग्रामीण रोजगार सृजन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उनके कार्यों के लिए दिया गया।
सम्मान प्रदान करने वालों में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित, बाली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के संस्थापक पद्मश्री अगुस इन्द्र उदयाना, और यूनाइटेड कांशियसनेस के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि विक्रांत सिंह तोमर शामिल थे।
सम्मान प्राप्ति के बाद अपने संबोधन में मेघराज सिंह रॉयल ने कहा, “भारत की असली शक्ति उसके गांवों में निहित है। जब तक हम सौर ऊर्जा, कौशल विकास और आतिथ्य प्रबंधन को जोड़कर रोजगार सृजन नहीं करेंगे, तब तक आत्मनिर्भरता अधूरी रहेगी।” उन्होंने बताया कि यूजीपीएफ ने पहले चरण में 100 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है और यह मॉडल अगले पांच वर्षों में 45 लाख रोजगार सृजन के लक्ष्य की दिशा में अग्रसर है।
सम्मेलन में ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत (शौर्य चक्र) ने ‘सेवा-शासन थीम’ पर प्रेरक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि भारत की शासन और सैन्य परंपरा सदैव धर्म, नीति और जनता के कल्याण पर आधारित रही है। ब्रिगेडियर शेखावत ने राजधर्म को जनसेवा का सर्वोच्च रूप बताते हुए कौटिल्य, महाभारत और गीता के सिद्धांतों को आधुनिक शासन का आधार बताया।
यूजीपीएफ के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने संस्था की वार्षिक रिपोर्ट और विज़न डॉक्यूमेंट 2030 प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन का उद्देश्य ‘शांति, स्थायित्व और समृद्धि’ पर केंद्रित वैश्विक संवाद को भारत के प्राचीन ज्ञान से जोड़ना है। उन्होंने बीते वर्ष की प्रमुख उपलब्धियों में राजस्थान और मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा आधारित रोजगार मॉडल की शुरुआत और ग्राम-आधारित प्रशिक्षण एवं इंटर्नशिप कार्यक्रमों का विवरण साझा किया। इन कार्यक्रमों के तहत युवाओं को दस हजार रुपये मासिक मानदेय के साथ रोजगार से जोड़ा गया।
सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों ने हरित ऊर्जा, सामाजिक जिम्मेदारी और शासन में पारदर्शिता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सुझाव दिए। अंतिम सत्र में स्मृति चिन्ह वितरण और सम्मेलन का औपचारिक समापन किया गया। मंच से धन्यवाद ज्ञापन यूजीपीएफ के प्रधान सलाहकार विक्रांत सिंह तोमर, निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई, ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत, सलाहकार पूर्व आईएएस राजेन्द्र सिंह शेखावत, मीडिया सलाहकार के.के. बोहरा और प्रबंधक मुकेश मेघवंशी ने किया।
मीडिया सलाहकार के.के. बोहरा ने बताया कि सम्मेलन के निष्कर्षों और प्रस्तावों पर आधारित विशेष रिपोर्ट सोमवार को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राजीव
