Uttrakhand

यमुनोत्री हाईवे तीन दिन से बंद, खोलने के प्रयास जारी

भूस्खलन में लापता श्रमिकों की खोजबीन करते हुए रेस्क्यू टीम
यमुनोत्री में फंसे श्रद्धालुओं को सिलाई बैंड तक पैदल मार्ग से किया ट्रांशिपमेंट करते हुए सुरक्षा टीम

उत्तरकाशी, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । बीते शनिवार रात्रि को भारी बारिश और भूस्खलन से क्षतिग्रस्त यमुनोत्री हाईवे तीन दिनों से लगातार बंद है। हाईवे बंद होने से सैकड़ों श्रद्धालु फंसे हुऐ थे।

मंगलवार को जिलाधिकारी प्रशांत आर्य के निर्देश पर तीर्थ यात्रियों को ओजरी से सिलाई बैंड तक पैदल मार्ग उसके बाद वैककल्पिक मार्ग से गन्तव्य के लिए भेजाना शुरू किया है।

वहीं यमुनोत्री हाईवे को शीघ्र बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य लगातार जारी है। जिला प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि सिलाई बैंड के पास वाश आउट यमुनोत्री हाईवे आज शाम तक खुलने की संभावना है। वहीं ओजरी में भी भारी मशीनों से कार्य चल रहा है। उक्त कार्य के लिए दोनों ओर से सात पोकलैन और जेसीबी मशीनें दिन-रात जुटी हुई है।

जिलाधिकारी प्रशांत आर्य स्वयं यमुनावैली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लगातार मौजूद रहकर राहत एवं पुनर्वासन कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उनके नेतृत्व एवं त्वरित निर्णयों से जहां सड़क मार्ग को तीव्र गति से बहाल किया जा रहा है,वहीं यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को ओजरी से सिलाई बैंड तक पैदल मार्ग से वहां से ट्रांसशिपमेंट व्यवस्था के माध्यम से सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता सड़क मार्गों को शीघ्रातिशीघ्र सुचारू करना एवं तीर्थयात्रियों तथा स्थानीय नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करना है। उन्होंने मौके पर तैनात सभी टीमों को पूरी संवेदनशीलता व सतर्कता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए है।

जिलाधिकारी आज सिलाई बैंड से ओजरी तक पैदल मार्ग से पहुंचे। इस दौरान पैदल यात्रियों से बातचीत करते हुए उनके गन्तव्य तक पहुंचने के लिए प्रशासन द्वारा की गई ट्रांसशिपमेंट व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। रेस्क्यू ऑपरेशन और यमुनोत्री हाईवे बहाल करने को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक श्रीमती सरिता डोबाल ने पूरा मोर्चा संभाल रखा है।

लापता सात श्रमिकों की खोजबीन जारी

बीते तीन दिनों से यमुनोत्री हाईवे सिलाई बैंड के पास भूस्खलन से की घटना से लापता सात श्रमिकों की खोजबीन तीसरे दिन भी विभिन्न स्थानों पर जारी रहा है।

खोजबीन में एनडीआरएफ , एसडीआरएफ, आईटीबीपी पुलिस की टीमों लगातार रेस्क्यू अभियान में जुटे है। गौरतलब है कि शनिवार रात्रि को मौके पर होटल निर्माण के 29 श्रमिक थे। वहां अचानक अतिवृष्टि से भारी भूस्खलन हुआ जिससे 20 श्रमिक सुरक्षित बच गए थे लेकिन 9 श्रमिक लापता हो गए थे। इधर में से दो को शव रेस्क्यू टीम ने बरामद कर लिया था। जबकि 7 अभी भी लापता हैं जिनकी खोजबीन जारी है।

(Udaipur Kiran) / चिरंजीव सेमवाल

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