Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ का प्रभाव , आठ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी

कोंडागांव  बारिश के कारण टूटी पुलिया

रायपुर, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । देश के दक्षिण-पूर्वी समुद्री तट पर आये भीषण चक्रवाती तूफ़ान ‘मोन्था’ का छत्तीसगढ़ में प्रभाव देखने को मिल रहा है। मोन्था की वजह से आज छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश की सम्भावना जताई गई है, जबकि दुर्ग और भिलाई इलाकों में आज सुबह से ही बूंदाबांदी शुरू है। वहीं कोंडागांव जिले के ग्राम आदनार में बारिश से ‘बड़को नाला पुलिया’ टूट गई। इससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। मौसम विभाग ने 8 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर और जीपीएम शामिल हैं। इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर ने बुधवार की देर रात चेतावनी जारी की है कि है कि 30 अक्टूबर को प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश और वज्रपात की संभावना भी जताई गई है। विशेषकर सरगुजा संभाग के जिलों अंबिकापुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर में तेज बारिश का असर देखने को मिल सकता है।

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक मोंथा के कमजोर पड़ने और पश्चिम की ओर आगे बढ़ने से सरगुजा संभाग के एक दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि 31 अक्टूबर से बारिश में कमी का पूर्वानुमान भी लगाया गया है। चक्रवाती तूफान मोन्था का असर बस्तर संभाल में सबसे ज्यादा दिखाई दे रहा है। बारिश ने किसानों को परेशान कर दिया है। बेमौसम बारिश के कारण धान की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। बारिश के साथ-साथ तेज हवाओं का भी असर छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रहा है। तेज हवाओं और बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। जिस कारण से ठंड का असर भी दिखाई दे रहा है।

कोंडागांव जिले में बुधवार को जोरदार बारिश हुई है। जिले के आदनार गांव में भारी बारिश के कारण बड़को नाला पुलिया टूट गया। पुलिया टूटने से आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। जानकारी के अनुसार इस पुलिया का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत किया गया था। इस पुलिया के माध्यम से लिंगोंपथ, मर्दापाल, भाटपाल और नारायणपुर जिले जुड़ते थे। पुलिस टूटने से आवाजाही बंद हो गई है।

दुर्ग जिले में लगातार बदलते मौसम के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है। धान की फसल पक गई है लेकिन बारिश के कारण कटाई नहीं हो पा रही है। तेज हवाओं के कारण बड़ी मात्रा में धान खेतों में गिरने लगी है।किसानों के अनुसार दुर्ग, पाटन, धमधा, अहिवारा और भिलाई-3 के ग्रामीण इलाकों में फसलों को बड़ा नुक्सान पहुंचा है ।

दंतेवाड़ा, बीजापुर, जगदलपुर, सुकमा और नारायणपुर में बारिश हो रही है। बारिश के साथ-साथ यहां ठंडी हवाएं भी चल रही है। तूफान के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश तक चलने वाली 2 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। विशाखापट्टनम से छूटने वाली ट्रेन संख्या 18515 विशाखापट्टनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस ट्रेन रद्द हो गई है। इसके साथ ही किरंदुल से छूटने वाली ट्रेन संख्या 18516 किरंदुल-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस ट्रेन रद्द रहेगी। वाल्टेयर रेलमंडल ने जगदलपुर समेत अन्य प्रमुख स्टेशनों में हेल्पडेस्क भी बनाया गया है। जगदलपुर में स्थापित हेल्प डेस्क में यात्रियों की सुविधाओं के लिए हेल्प लाइन नंबर 08912884714 और 08912884715 नंबर जारी किया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार, अक्टूबर के आखिरी हफ्ते तक बारिश का दौर जारी रहेगा। नवबंर के पहले सप्ताह में तूफान का असर राज्य से खत्म हो जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा

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