
गुवाहाटी, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । असम सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की पहल पर सोमवार को जनता भवन के आई ब्लॉक परिसर में आयोजित देशभक्ति दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री डॉ. रनोज पेगू ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी और महान देशभक्त तरुणराम फूकन की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
मुख्य अतिथि के संबोधन में मंत्री डॉ. पेगू ने कहा कि देशभक्ति केवल एक नारा नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक का राष्ट्र और राज्य के प्रति अपना कर्तव्य निभाने की भावना है। उन्होंने कहा कि तरुणराम फूकन एक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। ब्रिटेन से बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त करने के बावजूद उन्होंने सबकुछ त्याग कर स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया। उनके इस त्याग और बलिदान से आज की पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि 21वीं सदी में नेतृत्व एक प्रासंगिक विषय है और यदि हमें समाज व राष्ट्र को आगे ले जाना है, तो प्रत्येक नागरिक को सशक्त नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी।
मंत्री डॉ. पेगू ने कहा कि आज हम एक गर्वित राष्ट्र के रूप में जीवित हैं तो इसका श्रेय उन लोगों को जाता है जिन्होंने अपने त्याग और परिश्रम से इसे संभव बनाया। ऐसे महान लोगों की स्मृति में ही मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने देशभक्ति दिवस मनाने की परंपरा शुरू की है।
इस अवसर पर स्मृति को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से 348 टीमों ने हिस्सा लिया। विजयी प्रतिभागियों को आज के ही कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री पियूष हजारिका ने भी देशभक्त तरुणराम फूकन के जीवन और कार्यों को याद किया। साथ ही आज सुबह भरलू स्थित तरुणराम फुकन उद्यान में उनकी प्रतिमा पर विभाग के आयुक्त-सचिव कुमार पद्मपाणि बोरा और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम में देशभक्त तरुणराम फूकन के पौत्र डॉ. हेमेन्द्र राम फूकन, सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक मानवेन्द्र देव राय, प्रसिद्ध क्विज संचालक अचिन्त शर्मा समेत परिवार के अन्य सदस्य और शुभचिंतक भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की पहल पर वर्ष 2021 से तरुण राम फूकन की पुण्यतिथि के अवसर पर देश भक्ति दिवस मनाया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
