HimachalPradesh

शिक्षा मंत्री ने जुब्बल में किया सामुदायिक भवन का उद्घाटन

शिक्षा मंत्री द्वारा उदघाटन

शिमला, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर रविवार को जिला शिमला के उपमंडल जुब्बल के अंतर्गत शुराचली क्षेत्र के रावीं पंचायत में 29 लाख रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने ग्रामीणों को इस भवन के निर्माण पर बधाई देते हुए कहा कि शुराचली क्षेत्र उनके विधानसभा क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण अंग है और यहाँ से उनका एक भावनात्मक और पारिवारिक सम्बन्ध है।

रोहित ठाकुर ने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की चर्चा करते हुए बताया कि वर्तमान सरकार के पिछले अढ़ाई साल के कार्यकाल में रावीं पंचायत में अभूतपूर्व विकास हुआ है जिसके तहत ढाडी, घुनसा, बकान, टुरान और प्रेमनगर में सड़कों को पक्का किया गया है और देशमालिया देवता मंदिर के निर्माण के लिए 25 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।

रोहित ठाकुर ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र जुब्बल-कोटखाई में सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हुआ है और शुराचली क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने बताया कि सावड़ा-मांदल-झगटान, जो इस क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण सड़क है, उसके मेटलिंग और टारिंग का कार्य 22 करोड़ 48 लाख रूपये की लागत से युद्ध स्तर पर जारी है। 2023 की आपदा में क्षतिग्रस्त हुई थाना से मांदल सड़क के रिटारिंग का कार्य भी 25 लाख रूपये की लागत से प्रगति पर है।

रोहित ठाकुर ने बताया कि 4 करोड़ 25 लाख रूपये से बनने वाले चामसु पुल का निर्माण शीघ्र आरम्भ कर लिया जायेगा। यह पुल एक महत्वपूर्ण और केंद्रीय स्थान पर बन रहा है जिससे न केवल शुराचली की जनता लाभान्वित होगी, अपितु सीमावर्ती रोहड़ू उपमंडल के ग्रामीण भी लाभान्वित होंगे। इसके अतिरिक्त एक करोड़ 74 लाख रुपए की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोलाड़ के भवन का भी निर्माण किया गया है। इस दौरान भकान गांव पहुंच कर ग्रामीणों से संवाद स्थापित किया और उनकी समस्याओं को सुना और मांगो को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन भी दिया।

शिक्षा मंत्री रॉयल नवयुवक मण्डल थाना द्वारा आयोजित स्वर्गीय बलिराम ठाकुर मेमोरियल वॉलीबाल प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुए। उन्होंने नवयुवक मण्डल थाना के सदस्यों को इस आयोजन पर बधाई दी और कहा कि युवाओं के सर्वांगीण विकास में खेलों का सर्वधिक महत्त्व और योगदान है और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में जहाँ बड़े मैदान और खुली जगह की उपलब्धता कम है वहाँ पर वॉलीबाल, कब्बडी और खो-खो जैसे खेल उपयुक्त माने जाते है।

उन्हाेंने बताया कि जुब्बल क्षेत्र ने वॉलीबाल में एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिये है। युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वह बढ़-चढ़कर खेलों में भाग लें और नशे की कुप्रवृति से दूर रहे। उन्होंने स्थानीय युवक मंडल को 50,000 रुपये देने की घोषणा भी की।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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