कोलकाता, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) भर्ती घोटाले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की काउंसलर और गिरफ्तार विधायक जीवनकृष्ण साहा की बुआ माया साहा को पूछताछ के लिए तलब किया है। उन्हें गुरुवार को कोलकाता के साल्टलेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स ऑफिस में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।
ईडी ने सोमवार को मुर्शिदाबाद जिले के बड़त्रा स्थित आवास से टीएमसी विधायक जीवनकृष्ण साहा को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले साहा दीवार फांदकर फरार होने की कोशिश कर रहे थे और उन्होंने अपने दो मोबाइल में से एक को झाड़ियों में फेंक दिया था, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया और फोन बरामद कर लिया।
एजेंसी ने खुलासा किया कि साहा अपने परिजनों के बैंक खातों में जमा लाखों रुपये को लेकर पूछे गए सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। अदालत ने उन्हें छह दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है।
गिरफ्तारी के दिन ही ईडी ने साहा के कई रिश्तेदारों के घरों पर छापेमारी की थी, जिनमें सैंथिया नगरपालिका की टीएमसी काउंसलर और उनकी बुआ माया साहा का निवास भी शामिल था। जांच एजेंसी ने यह भी पाया कि विधायक के ड्राइवर के नाम पर कई संपत्तियां खरीदी गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, साहा के रिश्तेदारों के बैंक खातों में भारी मात्रा में धन हस्तांतरित हुआ है। इसी सिलसिले में माया साहा को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया है।
गौरतलब है कि, ईडी की यह कार्रवाई सीबीआई की उस एफआईआर पर आधारित है, जिसे कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर दर्ज किया गया था। यह मामला ग्रुप सी और डी के कर्मचारियों, कक्षा 9 से 12 तक के असिस्टेंट टीचर्स तथा प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में अनियमितताओं से जुड़ा है।
अब तक ईडी इस मामले में चार चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और कई प्रमुख हस्तियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी और पूर्व टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य शामिल हैं।————————
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
