
कोलकाता, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीरभूम दौरे के बीच उनके मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिक्षक नियुक्ति घोटाले के सिलसिले में दोबारा समन भेजा है। यह समन राज्य के सूक्ष्म, लघु और कुटीर उद्योग मंत्री और जिले के बोलपुर निवासी चंद्रनाथ सिन्हा को 31 जुलाई को पूछताछ के लिए पेश होने के निर्देश के साथ भेजा गया है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी ने मंत्री चंद्रनाथ और उनके परिवार की चल-अचल संपत्तियों की जानकारी चाहती है। उनसे संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई है। हालांकि मंत्री की ओर से अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
इससे पहले बीते शुक्रवार को भी ईडी ने मंत्री को पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन उन्होंने समन का जवाब नहीं दिया। इसके बाद ईडी ने उनके आवास पर छापेमारी की, जो सुबह से देर रात तक चली। इस दौरान उनके घर से 41 लाख रुपये नकद जब्त किए गए और उनका मोबाइल फोन भी एजेंसी ने जब्त किया था। फोन की जांच के लिए ही उन्हें पहले पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
जांच एजेंसी को शिक्षक नियुक्ति घोटाले की जांच के दौरान चंद्रनाथ सिन्हा का नाम मिला। ईडी के अनुसार, इस मामले में गिरफ्तार बलागढ़ के निष्कासित तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष के बयान और दस्तावेजों से चंद्रनाथ की संलिप्तता के संकेत मिले। ईडी ने कुंतल घोष के घर से जब्त एक रजिस्टर में 100 अभ्यर्थियों के नाम पाए, जिन्हें कथित तौर पर चंद्रनाथ सिन्हा के माध्यम से कुंतल घोष से मिलवाया गया था।
ईडी को संदेह है कि चंद्रनाथ और कुंतल के बीच एक बिचौलिया भी था, जिससे पूछताछ में चंद्रनाथ का नाम फिर सामने आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय एजेंसी अब मंत्री से प्रत्यक्ष पूछताछ करना चाहती है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
