
– प्रदेश का भविष्य तय करने मीरजापुर में जुटे प्रबुद्धजन
– समर्थ और विकसित उत्तर प्रदेश के सपनों की उड़ान
– जनता और विशेषज्ञों से संवाद करेंगे प्रबुद्धजन, दो दिन होगा मंथन
मीरजापुर, 10 सितम्बर (Udaipur Kiran) । क्या उत्तर प्रदेश 2047 तक विकसित राज्यों की कतार में खड़ा हो सकता है? क्या गांव से लेकर शहर तक का चेहरा इतना बदल सकता है कि हर नागरिक को अपने हिस्से का सशक्त भारत दिखे? इन सवालों पर जवाब तलाशने के लिए मीरजापुर में गुरुवार से दो दिन का ‘समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047’ रोडमैप सम्मेलन शुरू हो रहा है।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी बाबूलाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए यह पहल मीरजापुर जैसे जिलों तक पहुंची है। पथरहिया स्थित विकास भवन ऑडिटोरियम और कलेक्ट्रेट सभागार में होने वाली इस परिचर्चा में राज्य स्तर से आए पांच प्रबुद्धजन स्थानीय जनता और विशेषज्ञों से संवाद करेंगे।
प्रबुद्धजनों का जमावड़ा
सम्मेलन में सेवानिवृत्त आईएएस त्रियम्बक प्रसाद पाठक, सेवानिवृत्त संयुक्त विकास आयुक्त श्रीकृष्ण त्रिपाठी, काशी विद्यापीठ के पूर्व प्रोफेसर डॉ. उदित नारायण चौबे, कृषि विश्वविद्यालय अयोध्या के प्राध्यापक डॉ. संजीत कुमार और सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता यूपीपीसीएल राजीव कुमार भाग लेंगे। ये सभी दो दिन जिले में रहकर अलग-अलग समूहों से विचार-विमर्श करेंगे।
पहले दिन का फोकस – शिक्षा और खेती
11 सितंबर को उच्च, माध्यमिक, तकनीकी और व्यवसायिक शिक्षा के शिक्षक व छात्र सीधे संवाद करेंगे। इसके बाद जिले के प्रमुख कृषक और कृषि वैज्ञानिक मंच पर आएंगे। खेती की चुनौतियां और भविष्य की राह पर चर्चा होगी।
दूसरे दिन का एजेंडा, समाज से लेकर कारोबार तक
12 सितंबर को पहले सत्र में श्रमिक संगठनों, महिला संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं की आवाज़ सुनी जाएगी। वहीं दूसरे सत्र में कलेक्ट्रेट सभागार में व्यवसायी, उद्यमी और राष्ट्रीय-राज्य पुरस्कार प्राप्त हस्तियां अपने अनुभव साझा करेंगी।
किन विषयों पर होगा मंथन
यह सम्मेलन तीन बड़ी थीम- अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति पर आधारित है। कृषि, पशुधन, औद्योगिक विकास, आईटी, पर्यटन, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुशासन जैसे 12 सेक्टर इसमें शामिल हैं। यही सेक्टर प्रदेश के विकास की धुरी माने जा रहे हैं।
2047 के रोडमैप पर जनता भी दे सकेगी अपनी राय
कार्यक्रम सिर्फ भाषण तक सीमित नहीं रहेगा। जनता भी क्यूआर कोड स्कैन कर या पोर्टल samarthuttarpradesh.up.gov.in पर अपनी राय दे सकती है। सरकार चाहती है कि 2047 का रोडमैप जनता की आवाज को ध्यान में रखकर तैयार किया जाए।
जिले का पूरा अमला जुटा
मुख्य विकास अधिकारी को कार्यक्रम का नोडल बनाया गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, पर्यटन समेत हर विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने खुद जिम्मेदारी सौंप दी है कि मीरजापुर से मिले विचार प्रदेश की दिशा तय करने में मददगार हों।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
