Uttar Pradesh

प्रत्येक सेमेस्टर में होगा कम से कम एक ‘स्वयं’ पाठ्यक्रम, एनईपी 2020 के अनुरूप डिजिटल शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा

प्रत्येक सेमेस्टर में होगा कम से कम एक ‘स्वयं’ पाठ्यक्रम, एनईपी 2020 के अनुरूप डिजिटल शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा*
*सपा के वरिष्ठ नेता जफर अमीन डक्कू के साथ पीड़ित परिवार पहुंचा एसएसपी कार्यालय*

गोरखपुर, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अब प्रत्येक विभाग को प्रत्येक सेमेस्टर में कम से कम एक ‘स्वयं’ (SWAYAM) पाठ्यक्रम का प्रावधान करना होगा

यह उल्लेखनीय है कि यूजीसी के निर्देशों के अनुसार छात्र ‘स्वयं’ पाठ्यक्रमों के माध्यम से अपने कुल पाठ्यक्रम क्रेडिट का 40 प्रतिशत तक अर्जित कर सकते हैं। विश्वविद्यालय सदैव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों के अनुरूप कार्य करता रहा है और इस पहल का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना तथा उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।

कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने सभी संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक सेमेस्टर में ऐसा पाठ्यक्रम चुना जाए, जिसे छात्र वैकल्पिक रूप से ले सकें। इसमें शैक्षणिक संवर्द्धन पाठ्यक्रम (एईसी) और कौशल संवर्द्धन पाठ्यक्रम (एसईसी) भी शामिल किए जा सकते हैं।

कुलसचिव द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, इन पाठ्यक्रमों को संबंधित बोर्ड ऑफ स्टडीज़ से स्वीकृति प्राप्त करना अनिवार्य होगा। विभागाध्यक्ष और विभागीय मेंटर की जिम्मेदारी होगी कि वे छात्रों को इन पाठ्यक्रमों के बारे में पूर्ण जानकारी दें और नामांकन में सहयोग करें।

इस अवसर पर कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत ‘स्वयं’ जैसे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग छात्रों को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। यह पहल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिदृश्य को और समृद्ध करेगी।

स्वयं के समन्वयक प्रो. अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि इस पहल से छात्रों को न केवल विषयगत ज्ञान मिलेगा, बल्कि वे आधुनिक कौशलों से भी सुसज्जित होंगे, जिससे उनकी रोजगार संभावनाएँ बढ़ेंगी।

—————

(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

Most Popular

To Top