
उज्जैन,5 जुलाई (Udaipur Kiran) । इस बार भगवान महाकालेश्वर की सवारी और अधिक भव्य रूप में निकाली जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशों के पालनार्थ कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने शनिवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय सभा कक्ष में श्रावण भादो मास में महाकालेश्वर की निकलने वाली सवारियों की तैयारी के संबंध में बैठक ली।
भगवान श्री महाकालेश्वर की प्रथम सवारी 14 जुलाई, 21 जुलाई, तृतीय 28 जुलाई, चतुर्थ 4 अगस्त ,पंचम 11 अगस्त और राजसी सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी । प्रथम सवारी में पालकी में मनमहेश, द्वितीय सवारी में चंद्रमोलेश्वर और हाथी पर मनमहेश, तृतीय सवारी में पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश और गरुड़ रथ पर शिव तांडव , चतुर्थ सवारी में पालकी में चंद्रमोलेश्वर हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव और नंदी रथ पर उमा महेश, पांचवी सवारी में पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव नंदी रथ पर उमा महेश और रथ पर होलकर स्टेट और राजसी सवारी में पालकी में चंद्रमोलेश्वर ,हाथी पर मन महेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव नंदी रथ पर उमा महेश, रथ पर होलकर स्टेट और रथ पर सप्तधान मुखारविंद के रूप में भगवान विराजित होंगे। प्रत्येक सवारी की थीम अलग-अलग होगी।
* प्रथम सवारी वैदिक उद्घोष थीम पर निकाली जाएगी। इस दौरान रामघाट और दत्त अखाड़ा पर बटुकों द्वारा भव्य वैदिक उद्घोष किया जाएगा और बैटुकों द्वारा सवारी मार्ग में वैदिक उद्घोष किया जायेगा। इसी के साथ विभिन्न जनजातियां समुहों द्वारा भगवान श्री महाकाल की सवारी में मनमोहक प्रस्तुती दी जायेगी।
* द्वितीय सवारी में लोक नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएंगी । इसमें लोक नृत्य मटकी नृत्य मध्य प्रदेश, गणगौर नृत्य राजस्थान, बिहू नृत्य आसाम, भवाई नृत्य गुजरात, पुलियाट्म या टाइगर नृत्य कर्नाटक की प्रस्तुति रामघाट पर दी जाएगी।
* भगवान महाकालेश्वर की तीसरी सवारी में पुलिस बैंड, आर्मी बैंड, होमगार्ड बैंड और निजी बैंड के द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी ।
* भगवान महाकालेश्वर की चतुर्थ सवारी में पर्यटन की थीम पर मांडू के महल, सांची के स्तूप, खजुराहो , देवी अहिल्या किला महेश्वर, भीमबेटका, ग्वालियर का किला, उदयगिरि की गुफाएं ,विदिशा बाग की गुफाएं, धार की झांकियां निकाली जाएंगी।
* भगवान श्री महाकालेश्वर की पंचम सवारी में धार्मिक थीम रहेगी। जिसमें श्री कृष्ण पाथेय और प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों व मंदिरों की झांकी निकाली जाएंगी। साथ ही सवारियों में विभिन्न जिलों के पृथक-पृथक जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति भी दी जाएगी।
* राजसी सवारी में 70 से अधिक भजन मंडलियों के द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।
इस वर्ष भी श्रावण महोत्सव का आयोजन हर शनिवार को शाम 7:00 बजे से त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय के सभा कक्ष में आयोजित किया जाएगा। महाकाल महालोक में सावन माह में प्रतिदिन शाम को आयोजित होगी सावन की सांस्कृतिक संध्या में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। श्रावण महोत्सव के अंतर्गत आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त 13 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक 23 दिवसों में ( श्रावण महोत्सव के दिन, सवारी के दिन, नाग पंचमी और 15 अगस्त को छोड़कर) श्री महाकालेश्वर सांस्कृतिक संध्या नाम से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनकी प्रस्तुती श्री महाकाल महालोक परिसर में सप्त ऋषियों की मूर्ति के समीप शाम को 6 बजे से 8 बजे तक दी जाएगी ,जिसमें देशभर से 47 कलाकार समूह प्रस्तुति देंगे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, एडीएम और प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रथम कौशिक, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, सीईओ यूडीए संदीप सोनी, सीईओ स्मार्ट सिटी संदीप शिवा और समस्त संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
