शिमला, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में इलेक्ट्रिक बसों के सुचारू संचालन को लेकर प्रदेश भर में 53 स्थानों पर ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इस उद्देश्य के लिए राज्य सरकार ने 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जबकि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) से 110.95 करोड़ रुपये की ऋण सहायता प्राप्त हुई है। यह जानकारी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने वीरवार को दी। उन्होंने बताया कि हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचआरटीसी) द्वारा खरीदी गई 327 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए यह अधोसंरचना तैयार की जा रही है। इनमें 297 टाइप-1 और 30 टाइप-3 बसें शामिल हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए 80 संभावित स्थलों का सर्वेक्षण किया गया, जिनमें से 46 स्थान चुने गए हैं। प्राथमिकता के आधार पर पहले चरण में 34 स्थानों पर ई-चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। इनमें शिमला लोकल वर्कशॉप, ठियोग बस स्टैंड, नूरपुर, फतेहपुर, धर्मशाला, पालमपुर, बैजनाथ, हमीरपुर वर्कशॉप, हमीरपुर बस स्टैंड, नादौन बस स्टैंड, नया इलेक्ट्रिक डिपो नादौन, ऊना, बंगाणा, अंब, बिलासपुर, घुमारवीं, सुंदरनगर, जोगिंदरनगर, मंडी वर्कशॉप, अर्की, परवाणु, नालागढ़, नाहन, पांवटा साहिब, रेणुका जी, कुल्लू, मनाली, चंबा, भरमौर, डलहौजी, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, रिकांगपिओ और केलंग शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ई-चार्जिंग स्टेशनों के लिए विद्युत ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड करेगा, जबकि सिविल कार्यों की जिम्मेदारी हिमाचल प्रदेश बस अड्डा प्रबंधन प्राधिकरण को दी गई है। यह कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा ताकि इलेक्ट्रिक बसों का पहला बेड़ा आने से पहले सारी आवश्यक तैयारियां समय पर हो सकें।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
