
-गांव हरियाहेड़ा में रात्रि ठहराव के दौरान गुरुग्राम प्रशासन ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
-डीसी अजय कुमार व सीपी विकास कुमार अरोड़ा ने किया ग्रामीणों से सीधा संवाद
गुरुग्राम, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला प्रशासन गुरुग्राम की ओर से डीसी अजय कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को सोहना उपमंडल के गांव हरियाहेड़ा में रात्रि ठहराव कार्यक्रम किया गया। इस दौरान डीसी ने ग्रामीणों से संवाद स्थापित किया और उनकी समस्याएं सुनीं। राजकीय विद्यालय के प्रांगण में आयोजित रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान सीपी विकास कुमार अरोड़ा तथा डीसीपी साउथ हितेश यादव सहित एसडीएम सोहना अखिलेश यादव भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बिजली, संडक़, जल निकासी, ट्रांसफार्मर, प्रॉपर्टी आईडी और अतिक्रमण जैसी स्थानीय समस्याएं साझा कीं, जिनमें से कई का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। डीसी अजय कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सोच है कि प्रशासन गांवों में जाकर नागरिकों से सीधा संवाद करे और उनकी समस्याओं को जमीनी स्तर पर समझे। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर विकास कार्यों को गति देने और जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। डीसी ने कहा कि पिछले 10 महीनों से प्रशासन द्वारा हर महीने एक गांव में रात्रि ठहराव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार, पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करना है। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में जो भी शिकायतें प्राप्त हुईं, उनका समाधान त्वरित रूप से किया जाएगा। साथ ही, सरपंच और पंचों द्वारा उठाई गई सामूहिक मांगों पर भी गहन विचार-विमर्श कर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। डीसी ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों से मोबाइल की बजाय किताबों पर ध्यान केंद्रित करने, सही मार्ग चुनकर लक्ष्य प्राप्ति हेतु निरंतर मेहनत करने, और शिक्षा में एकाग्रता बनाए रखने की सलाह दी। डीसी ने बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को गांव-गांव में जीवंत बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
सीपी विकास अरोड़ा ने नशे को लेकर किया जागरुक
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सीपी विकास कुमार अरोड़ा ने कहा कि नशा व्यक्ति और समाज दोनों के लिए अभिशाप है। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों पर निगरानी रखने और उन्हें खेलकूद की ओर प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए बताया कि आपात स्थिति में तुरंत मदद के लिए 112 ऐप का उपयोग करें, साइबर ठगी की शिकायत के लिए 1930 टोल-फ्री नंबर पर संपर्क करें और जन शिकायतों के ऑनलाइन निपटारे के लिए मानस पोर्टल (1933) का उपयोग करें। इस अवसर पर डीडीपीओ नवनीत कौर, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज दहिया, पंचायती राज से कार्यकारी अभियंता अजय शर्मा, बीडीपीओ साकेत मित्तल, स्कूल की प्रिंसिपल सुमन दहिया, हरियाहेड़ा की सरपंच प्रियंका बिधूड़ी सहित आसपास के गांवों से आए अन्य सरपंच तथा ग्रामीण उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran)
