West Bengal

दुर्गापुर सामूहिक दुष्कर्म मामला : महिला आयोग की रिपोर्ट में पुलिस की गंभीर लापरवाही और सुरक्षा चूक का खुलासा

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कोलकाता, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । दुर्गापुर सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की तथ्यान्वेषण रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल पुलिस की गंभीर लापरवाही और सुरक्षा में भारी खामियों का खुलासा हुआ है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना के कई दिन बाद तक पुलिस ने अपराध स्थल को घेराबंदी कर सुरक्षित नहीं किया, जिससे सबूतों के नष्ट या छेड़छाड़ होने की संभावना बढ़ गई। इसके साथ ही, स्थल पर फॉरेंसिक जांच की उचित प्रक्रिया भी पूरी तरह से अनुपस्थित पाई गई। आयोग ने इसे “स्थानीय जांच अधिकारियों की घोर लापरवाही” बताया है।

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि जिस रास्ते से पीड़िता अस्पताल से लौट रही थी, वह घना और अंधेरा इलाका है, जहां न तो सड़क प्रकाश की व्यवस्था है और न ही निगरानी कैमरे। आयोग ने इसे राज्य सरकार, नगर प्रशासन और कानून-व्यवस्था एजेंसियों की “गंभीर प्रशासनिक असफलता” बताया है।

आयोग ने कहा कि इतने बड़े चिकित्सा संस्थान, जहां हजारों महिला छात्राएं और स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत हैं, के आसपास बुनियादी सुरक्षा ढांचा तक मौजूद नहीं होना अत्यंत चिंताजनक है।

महिला आयोग ने यह भी पाया कि उस क्षेत्र में नियमित पुलिस गश्त के कोई साक्ष्य नहीं मिले, जबकि इलाके को असामाजिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा आरजी कर घटना के बाद शुरू की गई “रात्रीर साथी” परियोजना इस क्षेत्र में निष्क्रिय पाई गई, जिससे महिलाओं की रात्रिकालीन सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पाई।

आयोग ने कहा है कि वह इस पूरे मामले की जांच की प्रगति, पीड़िता को उपलब्ध कराई गई चिकित्सकीय सुविधा और उसकी शैक्षणिक पुनर्वास प्रक्रिया पर लगातार नजर रखेगा, जब तक कि उसे न्याय नहीं मिल जाता।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ओडिशा की एक द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ दुर्गापुर के निजी मेडिकल कॉलेज के पास जंगल क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जो फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं। पीड़िता के पुरुष मित्र को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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