
कोलकाता, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । दुर्गापुर सामूहिक दुष्कर्म मामले की गूंज अब अदालत तक पहुंच गई है। इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की अनुमति मिल गई है। न्यायमूर्ति शम्पा दत्ता पाल ने मंगलवार को इस याचिका की अनुमति दी, और माना जा रहा है कि इस पर आगामी 16 अक्टूबर को सुनवाई हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने परिसर में चल रहे आंदोलन का विरोध करते हुए यह याचिका दायर की है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी भी एक अलग याचिका दायर करने की तैयारी में है, जिसमें पुलिस जांच पर अविश्वास जताते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की जाएगी।
इधर, पुलिस जांच भी तेज हो गई है। मंगलवार को गिरफ्तार आरोपितों को घटना के पुनर्निर्माण के लिए अपराध स्थल पर ले जाया गया। पुलिस ने पीड़िता के एक सहपाठी, जिसे पहले हिरासत में लिया गया था, से भी आमने-सामने पूछताछ की संभावना जताई है।
घटना गत शुक्रवार, 10 अक्टूबर की है, जब ओडिशा की रहने वाली एक मेडिकल छात्रा को दुर्गापुर के परानगंज क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया गया था। देर रात वह अपने मित्र के साथ भोजन लेने के लिए कॉलेज परिसर से बाहर निकली थीं, तभी आरोप है कि कुछ लोगों ने उसे जंगल की ओर खींचकर दुष्कर्म किया।
शनिवार सुबह घटना के सामने आने पर राज्यभर में आक्रोश फैल गया। छात्र संगठनों और आम लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने युद्धस्तर पर जांच शुरू की। आश्वासन दिया गया कि दोषियों की शीघ्र पहचान कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार को जांच के दौरान पुलिस ने आरोपित शेख रियाजुद्दीन और शेख नासिरुद्दीन को बीजड़ा गांव ले जाकर पूछताछ की।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसी इलाके में कई अहम सुराग छिपे होने की आशंका है। दुर्गापुर न्यू टाउनशिप और स्थानीय थाने की संयुक्त टीम ने मौके पर जाकर जांच की और आसपास के ग्रामीणों से भी पूछताछ की। पुलिस का दावा है कि इस अभियान से जल्द ही पूरे मामले का सच सामने आ जाएगा।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
