
पुरुलिया, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । 54 साल बाद इस बार काशीपुर राजबाड़ी में दुर्गापूजा का आयोजन नहीं होगा। इसके चलते घूमने आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक राजबाड़ी के भीतर प्रवेश से वंचित रहेंगे।
जानकारी के अनुसार, काशीपुर राजपरिवार की पुत्री महेश्वरी देवी के देखरेख में उनके पुत्र अंसुल राजावत हर साल दुर्गापूजा का आयोजन करते हैं। लेकिन इस वर्ष उनकी पत्नी वी देओरा राजावत का मंगलवार को दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। इसी कारण से इस बार राजबाड़ी में पूजा रद्द कर दी गई है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि राजबाड़ी आम लोगों के लिए पूरे साल बंद रहती है। केवल दुर्गापूजा के समय सप्तमी से लेकर दशमी तक आम जनता के लिए इसके दरवाजे खोले जाते हैं। लेकिन इस साल लोगों को यह मौका नहीं मिलेगा।
अंसुल राजावत ने कहा, “सन् 1972 में अंतिम राजा भुवनेश्वरी प्रसाद सिंहदेव के निधन के बाद भी पूजा नहीं हुई थी। इस साल मेरी पत्नी का निधन हुआ है, इसलिए पूजा का आयोजन नहीं किया जा रहा। काशीपुर में विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है।”
राजबाड़ी में पूजा न होने की खबर फैलते ही इलाके में गम का माहौल है। दरअसल, वर्ष में केवल एक बार पूजा के अवसर पर आम लोगों को राजबाड़ी के अंदर प्रवेश की अनुमति मिलती है और ऐतिहासिक भवन को नजदीक से देखने का अवसर मिलता है। लेकिन इस बार वह अवसर नहीं मिल पाएगा।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
