
मीरजापुर, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जनपद के विकासखंड कोन क्षेत्र में गंगा की बाढ़ ने दो माह में तीसरी बार दस्तक दी है। बार-बार आ रही बाढ़ से तटीय गांवों के लोग चिंता में हैं। बताया जाता है कि जुलाई माह में गंगा का पानी करीब 24 गांवों की फसलों को तबाह कर चुका है। अब अगस्त में एक बार फिर गंगा नदी का बढ़ता जलस्तर गांवों के घरों और खेतों तक पहुंच रहा है।
गंगा का जलस्तर मंगलवार को 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ता देखा गया। हरसिंहपुर और मल्लेपुर गांव के घरों के पास पानी पहुंच चुका है। जबकि मवैया, लखनपुर, चेकसारी, कोल्हुआ, बल्लीपरवा, गहिया, मझरा और पचेवरा समेत कई गांवों के खेतों में पानी भरना शुरू हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गंगा का पानी सोते के रास्ते हरसिंहपुर और मल्लेपुर से होते हुए मिश्रधाप गांव के खेतों तक पहुंच गया है। यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो अगले 24 घंटे में हरसिंहपुर, मल्लेपुर समेत अन्य गांवों के घरों में भी पानी घुस जाएगा।
लगातार तीसरी बार बाढ़ की चपेट में आ रहे ग्रामीणों का कहना है कि वे अभी पिछली बाढ़ से उबर भी नहीं पाए थे कि एक और बाढ़ का संकट खड़ा हो गया है। अगर हालात नहीं सुधरे तो उन्हें पलायन करना पड़ सकता है। बाढ़ की आशंका से पूरे क्षेत्र में बेचैनी का माहौल है।
डीएम पवन कुमार गंगवार ने बताया कि काेन और चुनार तहसील के इलाकाें में गंगा का पानी पहुंचा है, राहत कराते हुए टीमाें काे सक्रिय कर दिया गया है। बाढ़ चाैकी और अधिकारी नजरें बनाए हुए हैं।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
