
मुंबई,28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कल 27अक्टूबर 2025को ठाणे मनपा को पत्रकार वार्ता के उपरांत ठाणे नगर निगम ने ठाणे शहर में आपला दवाखाना नामक कंपनी, मेड ऑन गो हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की है और इस ठेकेदार को काली सूची में भी डाल दिया है। चार दिन पहले ही विधायक संजय केलकर ने आपला दवाखाना के ठेकेदार के अनियमित प्रबंधन का पर्दाफाश किया था। उसके बाद, ठाणे नगर निगम ने हंगामा मचाकर कार्रवाई के कागजी घोड़े दौड़ाए थे। इस संबंध में ए. संजय केलकर ने मंगलवार (28 अक्टूबर) को नगर आयुक्त सौरभ राव से फिर मुलाकात की और जवाब मांगा। इस पर आयुक्त ने कहा कि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वे आपला दवाखाना के डॉक्टरों और नर्सों का बकाया वेतन और ज़मीन मालिकों का किराया दो दिन के भीतर चुका देंगे। आज जारी ठाणे के विधायक संजय केलकर के बयान में कहा गयाहै कि ठाणे नगर निगम क्षेत्र में 2020 से 50 आपला दवाखाना शुरू करने का ठेका कर्नाटक की एम. मेड को दिया गया है। ऑन गो हेल्थ कंपनी को दिया गया था। हालाँकि, पूरे अनुबंध अवधि के दौरान, इस कंपनी ने केवल 46 क्लीनिक ही शुरू किए। विस्तार के बावजूद, कंपनी अन्य क्लीनिक शुरू करने में अप्रभावी रही। क्लिनिक में जाँच के लिए आने वाले मरीजों को मनपा द्वारा 150 रुपये प्रति मरीज की दर से भुगतान किया जा रहा है। फिर भी, क्लिनिक में कार्यरत डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। जबकि क्लिनिक के कर्मचारियों ने जनसंवाद में विधायक संजय केलकर के समक्ष यह मामला उठाया। इसके बाद, ए. केलकर ने जवाब माँगा, तब मनपा प्रशासन जागा और उक्त कंपनी की 3.5 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी से डॉक्टरों और कर्मचारियों के वेतन और परिसर के किराए का भुगतान करने के निर्णय की घोषणा की और एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी।
इस बीच, मंगलवार को ए. संजय केलकर ने फिर से ठाणे मनपा मुख्यालय में आयुक्त सौरभ राव से मुलाकात की और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी ली। तदनुसार, आयुक्त राव ने स्पष्ट किया कि क्लिनिक के ठेकेदार को काली सूची में डाल दिया गया है। साथ ही, आयुक्त ने यह भी कहा कि ए. केलकर ने कहा कि अगले दो दिनों में वेतन और किराया दे दिया जाएगा।
हमारे क्लिनिक सुविधाओं की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में, केंद्र और राज्य सरकारों के माध्यम से ठाणे में 68 आरोग्य मंदिर बनाए जाएँगे और वर्तमान में 43 आरोग्य मंदिरों का निर्माण कार्य चल रहा है। इस मौके पर विधायक संजय केलकर ने कहा कि गरीबों को इस स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल रहा है या नहीं, इसकी निगरानी स्वयं आरोग्य मंदिर आयुक्त करें।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
