Haryana

बारिश से झज्जर जिला में कई जगह बिगड़े हालात, उपायुक्त ने पंचायतों को सौंपी जिम्मेदारी

बहादुरगढ़ के वार्ड 18 से जल निकासी के लिए पंप चलवाते पूर्व नगर पार्षद युवराज छिल्लर।

झज्जर, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । लगातार बरसात होने और जिले में से होकर निकल रही कई ट्रेन ओवरफ्लो होने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। शहरों और कई गांव की बाहरी बस्तियों में जलभराव की गंभीर समस्या बन गई है। बहादुरगढ़ शहर की कुछ बस्तियां में ट्रेन और एसटीपी ओवरफ्लो होने से पानी भर गया है। ऐसी हालत में स्थानीय निवासियों की मदद के लिए जिलाधीश ने ग्राम पंचायत और नगर परिषदों को निरंतर सक्रिय रहने के लिए कहा है। बहादुरगढ़ क्षेत्र में सोमवार सुबह से मंगलवार दोपहर तक 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकार्ड की जा चुकी है, जबकि इस वर्ष बारिश के मौसम में इलाके में 600 एमएम से अधिक बरसात हो चुकी है। जिला के गांव दूबलधन माजरा व बादली सहित कई गांवों में बारिश से जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। इन गांवों में जल निकासी के इंतजाम सही नहीं हैं। जिला के सबसे बड़े गांव बादली की 10 गलियों में दो सप्ताह से अधिक वक्त से एक से तीन फुट तक पानी भरा हुआ है। कुछ पानी निकाला जाता है तो भारी वर्षा दोबारा वही स्थिति पैदा कर देती है। गांव के निवासी संजीव कुमार ने बताया कि पिछले कई वर्षों से बारिश के मौसम में जल भराव के कारण लोग परेशान होते हैं लेकिन प्रशासन की ओर से नियमित निकासी के स्थायी इंतजाम नहीं किए जा रहे।

बहादुरगढ़ के विवेकानंद नगर, धर्म विहार और छोटू राम नगर की काफी गलियों में पानी भरा हुआ है। वार्ड 18 की इन कॉलोनियों में वेस्ट जुआ ड्रेन, मुंगेशपुर ड्रेन और छोटू राम नगर के निकट स्थित एसटीपी ओवरफ्लो होने के कारण ये हालात बने हैं। धर्म विहार के निवासी पूर्व नगर पार्षद युवराज छिल्लर ने एक पंप लगवा कर धर्म विहार और विवेकानंद नगर से पानी की निकासी शुरू करवाई है।

जिले में बरसात के मौसम में सार्वजनिक सुरक्षा के मद्देनजर उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने विशेष आदेश जारी किए हैं। पंजाब स्मॉल टाउन पैट्रोल एक्ट 1918 की धारा 3 के तहत जारी आदेशों के अनुसार जिले की सभी ग्राम पंचायतों को नहरों, नालों, पुलों, रिंग बांध, सुरक्षा बांध, कलवर्ट्स, रेलवे ट्रैक, सड़कें, बिजली व टेलीफोन की लाइनें, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, जलघर और अन्य सरकारी भवनों समेत संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है। ग्राम पंचायतें गांवों के सक्षम वयस्क पुरुषों का सहयोग लेंगी और महत्वपूर्ण स्थानों पर दिनरात गश्त के लिए उन्हें तैनात करेंगी।

आदेश में स्पष्ट किया गया है कि ग्राम पंचायतें हर हाल में इस गश्त को सुनिश्चित करेंगी। इसके लिए जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी झज्जर को प्रवर्तन अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि ग्राम पंचायतें गश्त की व्यवस्था सही ढंग से लागू करें और जिले के सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बनी रहे। डीसी द्वारा जारी यह आदेश 30 नवम्बर 2025 तक प्रभावी रहेंगे। डीसी ने कहा कि इस कदम के जरिये पंचायतों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गांवों में चौकसी और गश्त व्यवस्था नियमित रूप से लागू हो।

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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज

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