
मंदसौर, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला की तैयारियों को लेकर कल गुरूवार को नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर ने मेला सभापति एवं मेला समिति के साथ मेला स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर एवं मेला समिति श्रीमती प्रतिभा भैरवा ने बेमौसम वर्षा के कारण मेला की तैयारियों में आ रही दिक्कतों एवं मेला में दुकान लगाने वाले व्यापारियों की समस्याओं पर चर्चा की तथा निर्देश दिया कि मेला की तैयारियां जारी रखी जाये तथा अनवरत वर्षा होती है तो व्यापारियों के ठहरने एवं आवश्यक होने पर भोजन की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जावे।
निरीक्षण के दौरान नपा उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता चावला, मेला समिति सदस्यगण श्रीमती आशीष गौड़, शा. महाविद्यालय जनभागीदारी समिति सदस्य नरेश चंदवानी, नपा जलकार्य सभापति निलेश जैन, मेला अधिकारी पी.एस. धारवे, मेला लिपिक राजेन्द्र नीमा, इंजीनियर एस.पी. सिंह, नपा कर्मचारी संजय खमेसरा भी साथ थे।
निरीक्षण के अवसर पर नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने कहा कि पशुपतिनाथ मेला की तैयारियां नपा परिषद ने समय पूर्व प्रारंभ कर दी थी। मेला ग्राउंड पर भूखण्डों का लेआउट भी डाल दिया था, लेकिन बैमोसम वर्षा के कारण मेला स्थल पर जलभराव हुआ है। इसके कारण हमारी तैयारियां जो चल रही है वह कुछ प्रभावित हुई है।
मेला में जो बाहर के दुकानदार दुकान लगाते है वे समय पूर्व पहुंचते है पशुपतिनाथ मेला के ग्राउण्ड पर वर्षा थमते ही तेजी से कार्य किया जावेगा ताकि समय पर दुकानें लग जाये जो व्यापारी की जा रही है मंदिर समिति के प्रबंधक श्री रूनवाल से चर्चा हुई है आवश्यक होने पर जो भी स्थान उपलब्ध है उनमें ठहरने की व्यवस्था की जायेगी तथा भोजन की आवश्यकता होने पर वह भी उपलब्ध कराया जावेगा बाहर से आने वाले व्यापारियों को कोई दिक्कत नहीं आवे इसका ध्यान रखा जावेगा।
1 नवम्बर को होगा मेला का उद्घाटन
नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने बताया कि पशुपतिनाथ महादेव के 63 वें मेला का भव्य शुभारंभ दिनांक 1 नवम्बर 2025 को पशुपतिनाथ मंदिर के पाटोत्सव के साथ ही होगा। इस कार्यक्रम में मंदसौर जिले के जनप्रतिनिधिगण एवं नपा के जनप्रतिनिधिगण भी शामिल होंगे। मेला समिति एवं मंदसौर नपा परिषद आग्रह करती है कि पशुपतिनाथ मेला को उद्घाटन कार्यक्रम जो कि 1 नवम्बर 2025 को प्रात: 10 बजे पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में आयोजित है, उसमें शामिल होवे।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
