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नवंबर में सभी स्कूलों में चलेगा नशा जागरूकता अभियान : उपायुक्त अनुपम कश्यप

उपायुक्त अनुपम कश्यप बैठक की अध्यक्षता करते हुए

शिमला, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिला स्तरीय एनकॉर्ड नार्को समन्वय केंद्र की बैठक शनिवार को उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में नशे के खिलाफ व्यापक जनजागरण अभियान चलाने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। उपायुक्त ने कहा कि नवंबर माह के दौरान जिला के सभी शिक्षण संस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान पुलिस अधिकारी खुद स्कूलों में जाकर छात्रों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा देंगे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अधिकारी वर्दी में ही छात्रों को संबोधित करेंगे और बिना वर्दी के किसी भी प्रकार का संबोधन या कार्यक्रम करना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

उन्होंने कहा कि पुलिस का फील्ड स्टाफ जब भी समय मिले, अपने नजदीकी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में जाकर बच्चों से संवाद स्थापित करे और नशे के दुष्प्रभावों के बारे में उन्हें जानकारी दे। उपायुक्त ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए समाज के सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है।

उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि अब से किसी भी एनजीओ को स्कूलों या पंचायत स्तर पर नशा विरोधी अभियान चलाने से पहले उपायुक्त कार्यालय से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। बिना अनुमति के कोई भी एनजीओ शिक्षण संस्थानों या सरकारी संस्थानों में काम नहीं कर पाएगी। उन्होंने बताया कि कई एनजीओ प्रभावी तरीके से कार्य नहीं कर रहीं, इसलिए यह व्यवस्था पारदर्शिता और समन्वय बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

बैठक में यह जानकारी दी गई कि पंचायत स्तर पर नशे के खिलाफ सूचना तंत्र विकसित करने का 90 प्रतिशत कार्य पुलिस ने पूरा कर लिया है। स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहयोग से अब पुलिस को गांव-गांव से सूचनाएं मिल रही हैं। वहीं, अवैध भांग की खेती पर नकेल कसने के लिए अब पुलिस ने ड्रोन की मदद लेना भी शुरू कर दिया है।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों से भी अपील की कि वे बिना चिकित्सकीय पर्ची के किसी को भी सिरिंज (सुई) न बेचें। उन्होंने कहा कि आजकल नशे के लिए सिरिंज का दुरुपयोग तेजी से बढ़ा है, इसलिए मेडिकल स्टोर केवल डॉक्टर की पर्ची देखकर ही इसे दें और खरीदार के पहचान पत्र की प्रति अपने रिकार्ड में रखें।

बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था पंकज शर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल ज्योति राणा, एसडीएम गुरमीत नेगी, एसडीएम मुकेश शर्मा, एसडीएम मंजीत शर्मा, जिला कृषि अधिकारी सुरेश कुमार, एसडीपीओ नरेश शर्मा, सुशांत शर्मा और सिद्धार्थ शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी कपिल शर्मा, सहायक आचार्य डॉ. निधि शर्मा, डॉ. विनीत सहित कई अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

बैठक में बताया गया कि इस वर्ष अब तक एनडीपीएस एक्ट के तहत 224 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 501 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 414 आरोपी हिमाचल प्रदेश के निवासी हैं, जबकि 25 विदेशी और 62 अन्य राज्यों से संबंध रखते हैं। पुलिस ने इन अभियानों में 78 किलो 287 ग्राम चरस, 25 किलो 631 ग्राम अफीम, 3 किलो 776 ग्राम पॉपी हस्क, 2.8 ग्राम स्मैक, 7 किलो 342 ग्राम चिट्टा और 48 ग्राम एमडीएम बरामद किया है।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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