Madhya Pradesh

हरदा : पेट्रोल पंपों पर वाहन चालक ही कर रहे नियमों की अनदेखी

पेट्रोल भरवाते वक्त मोबाइल से बातें करते हैं वाहन सवार

हरदा, 29 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्‍य प्रदेश के हरदा जिले के तीनों विकासखंड में इन दिनों देखने में आ रहा है कि हर आदमी की जीवनशैली में अनिवार्य आवश्यकता बन चुका मोबाइल का बढ़ता उपयोग कई बार हानिकारक भी हो सकता है। मोबाइल के खतरों की जानकारी होने के बावजूद लोग बेफिक्री के साथ पलभर के लिये उपयोग से तौबा करना तो दूर सावधानी बरतने से भी परहेज नहीं करते। हर किसी को पता है कि पेट्रोल भराते समय मोबाइल का उपयोग सातरनाक साबित हो सकता है। बावजूद इसके कोई सुनने समझने को तैयार ही नहीं है। वहीं दूसरी ओर पंप संचालक भी उतने चौकस व चौकन्ने रही है। मोबादल को स्विच आफ रखें की चेतावनी गौरतलब है कि पेट्रोल पंप पर मोबाइल को स्विच आफ रखें की चेतावनी के बावजूद कोई उसे मानने को तैयार ही नही है।

मोबाइल को स्विच आफ की चेतावनी लिखी हो –

सबको पता है कि पेट्रोल पंप पर ज्वलनशील पदार्थों की उपस्थिति में मोबाइल फोन की तरंग पलभर में शोले की तरह भड़क सकती है। फिर भी लापरवाही की आदत के कारण लोग मोबाइल का इस्तेमाल पेट्रोल पंपों पर भी करने से नहीं चुके रहे। अनेक पेट्रोल पंपों पर मोबाइन को स्विच आफ किये जाने की चेतावनी लिखी होने पर भी लोग इसका पालन नहीं करते। लोगों की मनमानी के आगे पंप कॉर्मियों की एक नहीं चलती।

नियमों का उड़ता है माखोल –

नियमों का उड़ता है माखोल चार पहिया व तिपहिया तो दूर दोपहिया वाहन चालक भी पंप के एकदम करीब होकर भी मोबाइल से बात करने में गुरेज नहीं करते। लोग अपने वाहन को उस वक्त तक चाल रखते है जब तक कि उरका नंबर नही आ जाता। पप के सामने ही वाहन स्टार्ट करते है और पेट्रोल भरने वाला कर्मचारी भी ध्यान नहीं देता। पंपों पर अग्निशमन इंतजाम नाकाफी होते हैं। अग्निदर्घटनाओं से बचने प्रशासन द्वारा नियम तो निर्धारित किये गये हैं तथा इन नियमों का पालन करने के लिये निर्देश भी है लेकिन हर दिन हर पल प्रशासन के नियमों का माखौल उद्यया जाता है।

बड़े करते धुम्रपान –

पंप कर्मियों का कहना है कि पेट्रोल भराते समय चार पहिया वाहनों में बैठे बच्चे और बरे लोग गेम्स खेलते रहते हैं। उन्हें नियम के बारे में बताने की हिम्मत किसी कर्मचारी में नहीं है। रात के समय कारों में पेट्रोल भरवाने के लिये आने वाले लोग मोबाइल पर बात करने के साथ धूम्रपान भी करते रहते हैं। जिससे दुर्घटना की आशंका दोगुनी हो जाती है। उनका कहना है कि प्रशासन को खासतौर पर पेट्रोल पंपों के आसपास पुलिस की तैनाती होनी चाहिये ताकि लोगो को सस्ती से नियमों का पालन करने के लिये बाध्य किया जा सके।

समझाइश पर आक्रामक हो जाते हैं उपभोक्ता –

पट्रोल पंप कर्मचारियों का कहना है कि पंपों पर लोग वाहनों में पेट्रोल पंपों पर मोबाइल से बातें करते हैं, जबकी मोबाइल से उठने तरंगो व मोबाइल के फटने से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है, लेकिन वे मोबाइल बंद करने की जरूरत महसूस नहीं करते। ग्राहकों को समझाइश देने पर वो आक्रमक हो जाते है, कई बार वाद विवाद निर्मित हो जाते हैं। इसी बात को लेकर बहस करना बंद कर दी है, लेकिन लोगो की लापरवाही से होने वाली दुर्घटना की आशंका सताती है।

हरदा खाद्य विभाग, जिला फूड अधिकारी वासुदेव सिंह भदौरिया, का कहना है कि आपके द्वारा जानकारी संज्ञान में लाई गई जानकारी प्राप्त कर पेट्रोल पंप पर कर्मचारी पर कार्यवाही की जावेगी।

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(Udaipur Kiran) / Pramod Somani