

हरिद्वार, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरिद्वार की चंडीपर्वत उपत्यकाओं में स्थित मां चंडीदेवी मंदिर के प्रबंधन का जिम्मा बद्री केदार मंदिर समिति को मिलने के बाद मंदिर की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं।
मंदिर के पुजारियों, सेवारत कर्मचारियों और कार्यालय कर्मियों के लिए अलग-अलग ड्रेस कोड लागू किया गया है। शीघ्र ही मंदिर से जुड़े सभी कर्मियों को पहचान पत्र भी जारी किया जाएगा। चंडी मंदिर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं।
गौरतलब है कि चंडी मंदिर के महंत रोहित गिरी के जेल जाने के बाद भवानी नंदन गिरी को महंत नियुक्त किया गया था। कुछ ही दिन बाद उच्च न्यायालय के आदेश पर फिलहाल मंदिर की देखरेख का जिम्मा बदरी-केदार मंदिर समिति के पास है। जिलाधिकारी की निगरानी में मंदिर ट्रस्ट और बीकेटीसी आपसी सामंजस्य से मंदिर का संचालन कर रहे हैं। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
व्यवस्थाओं के सुधार के क्रम में मंदिर प्रबंधन ने पुजारियों, सेवादारों और अन्य कर्मचारियों के लिए नया ड्रेस कोड जारी किया है।इसके अंतर्गत पुजारियों के लिए लाल धोती-कुर्ता, सेवादारों के लिए पीला कुर्ता और सफेद पायजामा, जबकि अन्य कर्मियों के लिए भूरे रंग का कुर्ता-पायजामा निर्धारित किया गया है। मंदिर के महंत भवानी नंदन गिरी ने बताया कि पुजारियों और कर्मचारियों को रोजाना निर्धारित ड्रेस के साथ ही दाढ़ी बनाकर आना अनिवार्य कर दिया गया है। एक आदेश जारी कर मंदिर परिसर में बीड़ी, गुटखा सहित किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन पर रोक लगा दी गई है।सभी कर्मचारियों, सेवादारों और पुजारियों को चेतावनी दी गई है नियमों का उल्लंघन करने पर एक दिन का वेतन काटने के साथ उस दिन मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगा।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
