
‘युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन’ में केंद्रीय मंत्री ने दिया संदेश— नशा पीड़ितों से सहानुभूति रखें, घृणा नहीं
वाराणसी, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने शनिवार को कहा कि विकसित भारत के निर्माण में नशामुक्त, सशक्त और जागरूक युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वयं को नशे से दूर रखें और इस दिशा में समाज को भी प्रेरित करें।
डॉ. वीरेंद्र कुमार वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में युवा मामले और खेल मंत्रालय की पहल पर आयोजित दो दिवसीय ‘युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमें नशा पीड़ितों से घृणा नहीं बल्कि उनसे सहानुभूति रखनी है। उनका तिरस्कार से इस समस्या का समाधान नहीं होगा। बल्कि उन्हें परामर्श केंद्रों में भेजना चाहिए। हमें नशामुक्त समाज के लिए संकल्पित होना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नशामुक्त भारत के लिए चलाए जा रहे अभियान में गृह मंत्रालय भी पूर्ण समर्पण और दृढ़ता के साथ कार्य कर रहा है। देशभर में जहां भी नशीले पदार्थों का भंडारण पाया जाता है, उसे न केवल जब्त किया जा रहा है बल्कि विधिवत नष्ट भी किया जा रहा है।
—नशा मुक्ति के लिए 24 गुणे 7 हेल्पलाइन
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने नशा पीड़ितों की सहायता के लिए 24 घंटे कार्यरत एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 144460 शुरू किया है। यह सेवा न केवल नशे की लत छुड़ाने में मदद करती है, बल्कि तत्काल परामर्श भी उपलब्ध कराती है। उन्होंने इस अभियान को केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन बताया। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार, ब्रह्मकुमारी संस्थान जैसे कई संगठनों ने इस दिशा में प्रशंसनीय कार्य किया है। अब समय आ गया है कि समाज मिलकर नशा उन्मूलन को एक जनभागीदारी अभियान बनाए।
—सम्मेलन में 100 से अधिक संगठनों की सहभागिता
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि इस सम्मेलन की प्रासंगिकता इसलिए भी अधिक है क्योंकि इसमें देशभर से आए लगभग 100 सामाजिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि सशक्त राष्ट्र का निर्माण तभी संभव है जब हमारे युवा नशे से मुक्त हों, आत्मविश्वासी हों और अपने जीवन के उद्देश्यों को लेकर सजग हों। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए युवाओं का नशामुक्त होना जरूरी है। बताते चले इस दो दिवसीय सम्मेलन में 100 आध्यात्मिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे है।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
