जम्मू, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती और आदिवासी समुदायों के कल्याण के लिए कार्यरत एक पंजीकृत संगठन, जम्मू और कश्मीर सीमा क्षेत्र विकास सम्मेलन (जेके-बीएडीसी) ने पुंछ के उपायुक्त और मुख्य शिक्षा अधिकारी से सीमावर्ती ज़िले के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में स्थित स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियाँ घोषित करने का आग्रह किया है।
एक बयान में संगठन ने लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को शैक्षणिक संस्थानों तक पहुँचने में आ रही चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की। पुंछ की जनसांख्यिकी और भूगोल से परिचित कोई भी व्यक्ति जानता है कि हमारे अधिकांश स्कूल पहाड़ियों, ढलानों और मौसमी नालों (जल निकायों) के पास स्थित हैं। बरसात के मौसम में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा अधिक होता है और सड़कें अक्सर बंद रहती हैं जिससे स्कूलों तक पहुँचना बेहद मुश्किल और असुरक्षित हो जाता है। जनहित में यह ज़रूरी है कि सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में कम से कम एक हफ़्ते या दो हफ़्ते के लिए अवकाश घोषित किया जाए जेके-बीएडीसी के अध्यक्ष और पूर्व कुलपति डॉ. शहज़ाद अहमद मलिक ने कहा।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सरकार और ज़िला प्रशासन को समय पर और संवेदनशील तरीके से कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें इन संस्थानों में सक्रिय रूप से अवकाश घोषित करना चाहिए था। हम अपने बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते। मानव जीवन सर्वोपरि है।
डॉ. शहज़ाद ने पुंछ के उपायुक्त से मुख्य शिक्षा अधिकारी के परामर्श से विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का आकलन करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शैक्षणिक संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए उचित निर्देश जारी करने का आग्रह किया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
