
धर्मशाला, 01 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के नव नियुक्त अध्यक्ष, डॉ. राजेश शर्मा ने मंगलवार को बोर्ड मुख्यालय पंहुच कर अपना कार्यभार संभाला। ढाई साल के बाद अब शिक्षा बोर्ड को स्थायी अध्यक्ष मिल गया है। मंगलवार को पदभार संभालने के दौरान डॉ. राजेश शर्मा ने बोर्ड के 38वें अध्यक्ष के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी सहित बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
डॉ. शर्मा ने कहा कि उनका मुख्य फोकस शिक्षा प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य रहेगा कि पांचवीं का बच्चा पांचवीं की किताब खुद पढ़ सके। उन्होंने बुनियादी शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर बेहद गंभीर हैं। उनके मार्गदर्शन में काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
नव नियुक्त चेयरमैन ने कहा कि बोर्ड में मूल्यांकन प्रणाली को तकनीकी रूप से सशक्त किया जाएगा ताकि परीक्षा परिणाम समय पर और त्रुटिरहित जारी हो सकें। उन्होंने बताया कि डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने, परीक्षा प्रणाली को सुधारने और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों तक संसाधनों की बेहतर पहुंच सुनिश्चित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता सुधार, परीक्षाओं में पारदर्शिता, मूल्यांकन प्रक्रिया का डिजिटलीकरण, शिक्षकों और छात्रों का प्रशिक्षण, समय पर डेटशीट और परिणाम जारी करना उनकी प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि मजबूत प्राथमिक शिक्षा ही आगे की कक्षाओं की नींव बनती है, इसलिए इस क्षेत्र में बदलाव उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
इससे पूर्व बोर्ड मुख्यालय पंहुचने पर बोर्ड अधिकारियों और कर्मचारियों ने डॉ. शर्मा का गर्मजोशी से स्वागत किया। बोर्ड अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में बोर्ड में व्यावहारिक बदलाव आएंगे और छात्रों को बेहतर सुविधाएं व मिलेंगी।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
