जम्मू, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा ने 14 अगस्त से लगातार बारिश, अचानक आई बाढ़ और बादल फटने से हुए भूस्खलन के कारण जम्मू-कश्मीर में स्कूली बुनियादी ढांचे को हुए व्यापक नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस तबाही ने न केवल स्कूल परिसरों को नुकसान पहुँचाया है, बल्कि छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर दिया है।
इस आपदा के बाद के हालात पर ज़ोर देते हुए, जिसने विभिन्न ज़िलों में सौ से ज़्यादा लोगों की जान ले ली है, डॉ. प्रदीप ने कहा कि कई स्कूल अब मलबे, कीचड़ और कचरे से भर गए हैं, कई स्कूल भवन अब उपयोग के लिए असुरक्षित हो सकते हैं, और ऐसी परिस्थितियों में कक्षाएं जारी रखना बेहद खतरनाक होगा।
डॉ. प्रदीप ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली केंद्र शासित प्रदेश सरकार से सक्रिय कदम उठाने का आग्रह किया और कहा कि सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग को छात्रों की शिक्षा को प्रभावित नहीं होने देना चाहिए।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जब तक स्थायी बहाली पूरी नहीं हो जाती, स्कूल शिक्षा विभाग को अस्थायी रूप से कक्षाओं को अन्य उपलब्ध सरकारी ढाँचों में स्थानांतरित कर देना चाहिए। इससे शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने और शैक्षणिक कैलेंडर में व्यवधान को रोकने में मदद मिलेगी।
डॉ. प्रदीप महोत्रा ने ज़ोर देकर कहा कि इन प्राकृतिक आपदाओं के कारण हमारे बच्चों के भविष्य से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा में सामान्य स्थिति बहाल करना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने भविष्य में किसी भी तरह की कमज़ोरी को रोकने के लिए स्कूल निर्माण स्थलों का विस्तृत ऑडिट करने का आह्वान किया और आपदा-रोधी बुनियादी ढाँचे के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. प्रदीप ने जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश सरकार से जीवन की सुरक्षा और यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और दीर्घकालिक उपाय करने का भी आह्वान किया कि किसी भी परिस्थिति में बच्चों की शिक्षा बाधित न हो। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढाँचे का नुकसान तो स्पष्ट है, लेकिन ज़्यादा चिंता इन इमारतों में रहने वालों की सुरक्षा की है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल ढाँचों, खासकर खड्डों, नालों और अन्य जल निकायों के पास स्थित ढाँचों का व्यापक सुरक्षा ऑडिट तत्काल आवश्यक है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
