
जम्मू, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा ने जम्मू शहर और आसपास के इलाकों में गंभीर और लंबे समय से चले आ रहे जल संकट पर गहरा दुख व्यक्त किया है और इसे केंद्र शासित प्रदेश में एनसी के नेतृत्व वाली सरकार के गैर-गंभीर और लापरवाह रवैये का ज्वलंत उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावों के बावजूद क्षेत्र में आई आपदा के दो हफ्ते बाद भी प्रशासन पेयजल की सामान्य आपूर्ति बहाल करने के लिए कोई ठोस कार्ययोजना बनाने में विफल रहा है।
डॉ. प्रदीप ने कहा कि पानी की कमी ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है जिससे संबंधित विभागों की घोर अक्षमता उजागर होती है। उन्होंने लोगों की दुर्दशा के प्रति एनसी सरकार की असंवेदनशीलता की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार जमीनी स्तर पर वास्तविक राहत पहुँचाने के बजाय खोखली घोषणाओं में अधिक रुचि रखती है। उन्होंने कहा जलापूर्ति जैसी आवश्यक सेवाओं को कभी भी यूँ ही नहीं छोड़ा जाना चाहिए। किसी भी आपात स्थिति में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए एक स्थापित बैकअप प्रणाली होनी चाहिए। दुर्भाग्य से एनसी शासन ऐसी तैयारी दिखाने में बुरी तरह विफल रहा है।
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति बहाल हो गई है, कई इलाकों में अभी भी भारी कमी है और कई इलाकों में तो पानी के टैंकर की व्यवस्था भी प्रभावी ढंग से लागू नहीं की गई है डॉ. प्रदीप ने जल शक्ति विभाग में तत्काल सुधार का आग्रह किया। उन्होंने सुझाव दिया कि विभाग को ऐसे संकटों से तुरंत निपटने के लिए आधुनिक आकस्मिक तंत्र स्थापित करने चाहिए जिनमें स्टैंडबाय पंपिंग स्टेशन, आपातकालीन टैंकर बेड़े, जल स्तर की वैज्ञानिक निगरानी और पूर्व-नियोजित वितरण नेटवर्क शामिल हों।
उन्होंने इस कठिन समय में लोगों के साथ खड़े रहने की भाजपा की प्रतिबद्धता दोहराई और हर घर में पर्याप्त और विश्वसनीय पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होने तक सरकार पर दबाव बनाए रखने का संकल्प लिया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
