
जम्मू, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा ने मिलावटी और असुरक्षित खाद्य पदार्थों के खिलाफ पुलिस और खाद्य सुरक्षा, औषधि एवं खाद्य नियंत्रण संगठन द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि जम्मू-कश्मीर में जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए इस अभियान को और तेज़ किया जाए और सूक्ष्म स्तर तक विस्तारित किया जाए।
पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग सहित संबंधित अधिकारियों द्वारा मिलावटी, असुरक्षित और एक्सपायरी डेट वाले खाद्य उत्पादों की बार-बार ज़ब्ती पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, डॉ. प्रदीप ने ज़ोर देकर कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ लोगों के जीवन को सीधे तौर पर खतरे में डालती हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र पर भारी बोझ डालती हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट केवल मुनाफाखोरी का काम नहीं है बल्कि यह समाज के विरुद्ध एक अपराध है जो मानव जीवन को खतरे में डालता है। उन्होंने आगे कहा कि एक्सपायरी डेट या दूषित भोजन गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बनता है जिससे पहले से ही दबाव में चल रही चिकित्सा सेवाओं पर अतिरिक्त भार पड़ता है।
डॉ. प्रदीप ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार से जम्मू-कश्मीर के निवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सक्रिय और सख्त निवारक उपाय करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में व्यवस्थित जाँच की जाए। उन्होंने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों की समस्या से जीरो टॉलरेंस के साथ निपटा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नियमित निगरानी, औचक निरीक्षण और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कठोर दंड समय की मांग है।
हाल ही में हुई लगातार बारिश, बादल फटने और अचानक आई बाढ़, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, का जिक्र करते हुए डॉ. प्रदीप ने आगाह किया कि लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से वे असुरक्षित भोजन के सेवन के प्रति और भी अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे समय में जब जनता पहले से ही प्राकृतिक आपदाओं के कारण स्वास्थ्य संबंधी खतरों का सामना कर रही है, प्रशासन को खाद्य पदार्थों में मिलावट से उत्पन्न होने वाले एक और संकट को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
